Thursday, 11 September 2025

एबीवीपी ने डूसू चुनाव के लिए सेंट्रल पैनल की घोषणा की


नई दिल्ली, 11 सितंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (डूसू) चुनाव के लिए आज केंद्रीय पैनल की घोषणा कर दी। अध्यक्ष पद पर आर्यन मान, उपाध्यक्ष पद पर गोविंद तंवर, सचिव पद पर कुणाल चौधरी एवं सह सचिव पद पर दीपिका झा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। एबीवीपी केंद्रीय पैनल प्रत्याशियों का कला संकाय पर छात्र - छात्राओं द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।

एबीवीपी कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में एबीवीपी से डूसू चुनाव में अध्यक्ष पद प्रत्याशी आर्यन मान ने कहा कि विश्वविद्यालय में मेरे प्रवेश के पहले दिन से ही छात्रों के मुद्दों को लेकर मेरी समझ बननी शुरू हुई, एबीवीपी से जुड़ने के बाद फीस वृद्धि के विरोध में आंदोलन, बुनियादी सुविधाओं के विकास आदि के लिए मैं लगातार प्रयासरत रहा हूं। डूसू अध्यक्ष पद एबीवीपी प्रत्याशी के रूप में मैं छात्रों के वास्तविक मुद्दों को अपने प्रचार के दौरान उठाऊंगा। मुझे शुरूआत से ही छात्रों का अच्छा जनसमर्थन मिल रहा है।

एबीवीपी से डूसू चुनाव में उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी गोविंद तंवर ने कहा कि सर्वप्रथम मैं विद्यार्थी परिषद का धन्यवाद देना चाहूंगा कि मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को छात्रसंघ चुनाव लड़ने का अवसर दिया। विश्वविद्यालय परिसर में होने वाली समस्याओं के ख़िलाफ़ एकमात्र संगठन जो हमेशा सबसे आगे खड़ा रहा है तो वो विद्यार्थी परिषद है। नए हॉस्टल निर्माण , आखिरी वर्ष के छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा शुरू करने के लिए मैं प्रयास रहूंगा।

एबीवीपी से डूसू चुनाव में सचिव पद प्रत्याशी कुणाल चौधरी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में  प्रवेश लेना मेरे लिए सपने जैसा था, मेरे प्रवेश के प्रथम दिन कॉलेज गेट पर स्वागत करने वाला संगठन विद्यार्थी परिषद ही था। मेरे सामने विश्वविद्यालय में कई सारी चुनौतियां है जैसे कि एक- पाठ्यक्रम एक-शुल्क, खेल उपकरणों की कमी, कैंटीन में शुद्ध एवं पौष्टिक भजन उपलब्ध कराना, बाहर से आने वाले छात्रों के रहने के लिए एक समिति बनाई जाए ताकि उनको रहने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े और रूम रेंट कंट्रोल रहे।

एबीवीपी से डूसू चुनाव में सह-सचिव पद प्रत्याशी दीपिका झा ने कहा कि छात्राओं को हमेशा एबीवीपी से छात्रसंघ में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। मेरे सामने सभी छात्राओं के लिए कॉलेजों में एनसीसी उपलब्ध कराना, सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन इंस्टॉल करना, छात्राओं के लिए कैंपस में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना ताकि मेरी सभी बहनें कैंपस परिसर में अपने आपको सशक्त एवं मजबूत पा सके। मुझे पूर्ण विश्वास है कि डीयू में पढ़ रहे विद्यार्थी इस बार विद्यार्थी परिषद को अपना बहुमूल्य साथ देंगे और चारों सीटों पर विजयी बनाएंगे।

एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा केंद्रीय पैनल की चारों सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। जल्द ही छात्रों द्वारा दिए गए फीडबैक को शामिल करते हुए हम अपना घोषणा पत्र भी जारी करेंगे। हमें पूरा विश्वास है कि डीयू के विद्यार्थी इस बार विद्यार्थी परिषद को अपना बहुमूल्य समर्थन देंगे और एबीवीपी को चारों सीटों पर विजयी बनाएंगे।

Wednesday, 10 September 2025

डूसू चुनाव में एबीवीपी के 6 संभावित प्रत्याशियों ने नामांकन किया


नई दिल्ली, 10 सितंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव के लिए आज 6 संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इस सूची में आर्यन मान, दीपिका झा, गोविंद तंवर, कुणाल चौधरी, लक्ष्य राज सिंह और यश डबास के नाम शामिल हैं। इन सभी संभावित प्रत्याशियों ने आज सफलतापूर्वक अपना नामांकन दाखिल किया। एबीवीपी इन 6 नामों में से 4 उम्मीदवारों को आगामी छात्रसंघ के लिए प्रत्याशी बनाएगी। नाम वापसी के अंतिम दिन यानी 11 सितंबर को केंद्रीय पैनल की घोषणा की जाएगी।

ध्यातव्य हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव की तिथि 18 सितंबर निर्धारित की है, जबकि परिणाम 19 सितंबर को घोषित किए जाएंगे। एबीवीपी के संभावित प्रत्याशी बीते कई दिनों से प्री-कैंपेनिंग के माध्यम से विभिन्न कॉलेजों के छात्रों से मिल रहे हैं और उनकी समस्याएं सुन रहे हैं, जिन्हें एबीवीपी अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी। अब तक गूगल फॉर्म के माध्यम से 6,000 से अधिक छात्रों ने अपनी प्रतिक्रियाएं साझा की हैं, जो यह दर्शाता है कि एबीवीपी वास्तव में आम छात्रों का संगठन है।

एबीवीपी दिल्ली प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा की आज एबीवीपी के 6 संभावित प्रत्याशियों ने सफलतापूर्वक नामांकन दाखिल किया है, मैं उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ। एबीवीपी-नीत डूसू ने अपने पिछले कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आवाज उठाई है, जैसे ‘एक पाठ्यक्रम-एक शुल्क’, हॉस्टल आवंटन, आंतरिक शिकायत समिति का सुचारु संचालन, छात्राओं के लिए सुरक्षित वातावरण और सभी कॉलेजों में छात्राओं हेतु एनसीसी की व्यवस्था। इन मांगों को लेकर एबीवीपी-नीत डूसू ने हाल ही में अनिश्चितकालीन धरना दिया और प्रशासन से अपनी बातें मनवाईं। संभावित प्रत्याशियों को प्री-कैंपेनिंग के दौरान व्यापक जनसमर्थन और प्यार मिला है। मुझे विश्वास है कि एबीवीपी इस बार केंद्रीय पैनल की चारों सीटों पर भारी मतों से विजय प्राप्त करेगी।

डीयू छात्रों ने एबीवीपी के नेतृत्व में छात्र गर्जना रैली में समस्याओं को लेकर बोला हल्ला


नई दिल्ली, 09 सितंबर। एबीवीपी के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी एवं दक्षिणी परिसर में "छात्र गर्जना" रैली आयोजित की गई। रैली का प्रमुख उद्देश्य विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने छात्रों की समस्या को एकजुट होकर उठाना था। इस विशाल रैली में डीयू में पढ़ रहे सैकड़ों छात्रों ने प्रतिभाग किया एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याएं पुरजोर तरीके से  रखी।

छात्र गर्जना रैली में एबीवीपी ने छात्रहितों के विभिन्न मुद्दों को उठाया जैसे की एक पाठ्यक्रम- एक शुल्क, एससी/एसटी/ओबीसी छात्रों के लिए छात्रवृति, सभी कॉलेजों में मनोवैज्ञानिक एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, विश्वविद्यालय स्तर पर प्लेसमेंट सेल, छात्रों के लिए रियायती मेट्रो पास, सभी कॉलेजों में छात्राओं के लिए एनसीसी उपलब्ध कराना,अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए विशेष सप्लीमेंट्री परीक्षा का प्रावधान किया जाए और बाहर से आने वाले छात्रों का शोषण रोकने हेतु प्राइवेट हॉस्टल मालिकों और छात्रों की एक समन्वय समिति बनाई जाए। इन सभी मुद्दों पर एबीवीपी ने छात्र गर्जना विरोध प्रदर्शन किया। रैली में एबीवीपी संभावित डूसू के 8 संभावित उम्मीदवारों ने भाग लिया जिसमें आर्यन मान, भूमिका चौहान, दीपिका झा, इशू मौर्य, कुणाल चौधरी, लक्ष्यराज सिंह, गोविंद तंवर, एवं यश डबास थे, उन्होंने छात्रों की मांगों को लेकर सक्रिय रूप से रैली में भाग लिया और छात्रों का नेतृत्व किया और प्रशासन से छात्रों की समस्याओं के संबंध में तत्काल कार्रवाई की मांग की। 

एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के दोनों परिसरों में एबीवीपी को छात्रों का अच्छा जनसमर्थन मिला है। विद्यार्थी परिषद छात्रहितों की लड़ाई कैंपस में 365 दिन लड़ती है, उसी का परिणाम है कि आज फिर से छात्रों ने अपना बहुमूल्य साथ एबीवीपी को दिया। हमने डीयू प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द छात्रों की समस्याओं का समाधान किया जाए।

एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि छात्र गर्जना रैली छात्रों की एकीकृत आवाज़ के रूप में विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के साथ खड़ी है, दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों से हजारों छात्रों ने रैली में प्रतिभाग किया व प्रशासन के समक्ष अपनी चुनौतियां रखी। भारत के प्रतिष्ठित संस्थान होने के बावजूद डीयू में बुनियादे ढ़ांचे की कमी, छात्राओं के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ, शुद्ध पेयजल जैसी समस्याओं से छात्रों को झूझना पड़ता है। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को इन सभी मांगों पर तुरंत कार्रवाई करनी होगी एवं छात्रों के समग्र विकास के लिए तत्काल ठोस कदम उठाने होंगे। एबीवीपी जब तक छात्रों की सभी मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक छात्रहितों की लड़ाई लड़ेगी।

मीडिया में कैरियर अवसरों पर ओरिएंटिशन का आयोजन


नई दिल्ली, 10 सितंबर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय के हिंदी पत्रकारिता विभाग ने नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का विषय था मीडिया में नए अवसर । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की अध्यक्ष वरिष्ठ प्रो. सुधा सिंह रहीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में रिलायंस कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के उपाध्यक्ष संजय पांडे और वरिष्ठ पत्रकार विवेक प्रकाश उपस्थित रहे। इस अवसर पर हिंदी सिनेमा पर आधारित न्यूज़ लेटर सिनेमा गैलरी का विमोचन भी किया गया।

महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. सदानंद प्रसाद ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे महाविद्यालय में पत्रकारिता के विद्यार्थी काफी सक्रिय रहते हैं जोकि उनके कार्य के प्रति लगाव को दिखाता है।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो. बिजेंद्र कुमार ने विषय की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज के समय में पत्रकारिता में अपार संभावनाएं उपलब्ध हैं जिसमें आपके लिए रोजगार के बेशुमार अवसर हैं। व्यावहारिक प्रशिक्षण पर आधारित शिक्षण से मीडिया के क्षेत्र में विद्यार्थियों को विशेष अवसर दिलाता है।

प्रो. सुधा सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय हिंदी पत्रकारिता पाठ्यक्रम को संचालित करने वाला सबसे पुराना संस्थान है। इस महाविद्यालय में पिछले तीन दशक से हिंदी पत्रकारिता का पठन पाठन हो रहा है। यहां से मीडिया जगत में तमाम बड़े नाम अभी भी सक्रिय हैं जोकि महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का नाम रौशन कर रहे हैं। अब दिल्ली विश्वविद्यालय में हिन्दी पत्रकारिता में एम.ए. भी शुरू हो गया है जिसमें हिंदी पत्रकारिता और हिंदी विशेष के विद्यार्थियों के लिए 50 प्रतिशत सीटें रिजर्व हैं।

'वरिष्ठ मीडियाकर्मी संजय पांडेय ने अपने वक्तव्य में कहा कि कॉरपोरेट जगत में करियर बनाने के लिए कम्युनिकेशन स्किल पर काम करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि कम्युनिकेशन स्पेक्ट्रम तीन प्रक्रिया से होकर गुजरता है। इसमें स्टोरीटेलिंग, स्टोरी लिसनर और प्लेटफॉर्म की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और आज के समय में यह तीनों ही चीजें सोशल मीडिया के नियंत्रण में हैं। ऐसे में यदि आपको इन क्षेत्रों में काम करना है तो सोशल मीडिया और कृत्रिम मेधा (एआई) की अच्छी समझ विकसित करनी होगी। क्योंकि आने वाला समय एआई का है।

वरिष्ठ पत्रकार विवेक प्रकाश ने कहा कि मीडिया में सफलता के लिए सामाजिक जिम्मेदारी, मीडिया एथिक्स, नैतिक मूल्य और तटस्थ होना अत्यंत आवश्यक हैं। इसके बिना किसी भी क्षेत्र में सफल होना बहुत मुश्किल है। उन्होंने कहा कि आप अपने आपको सीमित न रखें। सिनेमा, कॉरपोरेट तथा पब्लिक रिलेशन जैसे क्षेत्रों में भी अपनी रुचि विकसित करें। उन्होंने कहा कि जब आप अपने कौशल को पहचानना सीख जाएंगे तो आपके उज्ज्वल भविष्य के रास्ते अपने आप खुलते चले जाएंगे।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। अतिथियों को पौधा और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. नीरव अडालजा ने किया। इस अवसर पर प्रो. शशि रानी, प्रो. चित्रा रानी, प्रो. रामप्रकाश द्विवेदी, प्रो. ममता वालिया, प्रो. रजनी, डॉ. राकेश यादव, डॉ. सुभाष गौतम, डॉ. रंजीत कुमार, डॉ. प्रवीण झा, डॉ. अनिल कांबले के साथ भारी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Monday, 8 September 2025

अभाविप के प्रदेशव्यापी आंदोलन के बाद यूपी सरकार ने किया शिक्षा में सुधार


लखनऊ, 8 सितंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यकर्ताओं तथा विद्यार्थियों पर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले स्थित श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में अनियमितताओं के विरोध में हुए प्रदर्शन पर निर्मम लाठीचार्ज के उपरान्त प्रदेश व्यापी छात्र आंदोलन के उपरांत अभाविप के एक प्रतिनिधिमंडल की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से लखनऊ में मुलाकात हुई। प्रतिनिधिमंडल ने श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय, बाराबंकी में विधि छात्रों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज, बाहरी गुंडों के हमले तथा लंबे समय से संचालित अवैध पाठ्यक्रमों के मुद्दों और दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग के साथ ही उत्तर प्रदेश की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के विषयों पर वार्ता की है।

ध्यातव्य हो कि गत 1 सितंबर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय में लॉ डिग्री की मान्यता को लेकर धोखाधड़ी, दो छात्रों के अवैध निष्कासन, मनमानी फीस वसूली, ₹5000 का अवैध अर्थदंड थोपने और 15 अगस्त की ‘सतत तिरंगा यात्रा’ के विरोध जैसे गंभीर मुद्दों पर आंदोलन किया था। विश्वविद्यालय प्रशासन बीसीआई संबद्धता को लेकर स्पष्ट जानकारी न देकर छात्रों को गुमराह कर रहा था तथा अवैध रूप से पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा था। इसी आंदोलन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिसके पश्चात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के सभी जिला केंद्रों पर प्रदर्शन कर अभाविप की मांगों की पूर्ति हेतु विरोध दर्ज किया था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि शिक्षा-माफिया किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे और प्रदेश सरकार विद्यार्थी हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि अब तक विश्वविद्यालय प्रकरण में 6 उपद्रवियों की गिरफ्तारी तथा सीओ, इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज समेत 6 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। अवैध निर्माण पर बुलडोजर एक्शन भी किया गया। उच्च शिक्षा परिषद की ओर से विश्वविद्यालय के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई। निष्कासित दो विद्यार्थियों का निष्कासन भी वापस हो गया है। साथ ही, प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में मान्यता और प्रवेश प्रक्रिया की व्यापक जांच हेतु विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं। 

अभाविप ने मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों से की गई अवैध वसूली की जांच कराई जाए, निष्कासित छात्रों को सम्मानपूर्वक पुनः प्रवेश दिया जाए और अवैध भूमि पर शेष कब्जे पर तत्काल बुलडोज़र चलवाकर कब्जामुक्त किया जाए।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी से अभाविप प्रतिनिधिमंडल की सार्थक वार्ता हुई है। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अभाविप यह स्पष्ट करती है कि शिक्षा-माफियाओं और छात्रविरोधी प्रशासन को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जब तक छात्रों को संपूर्ण न्याय नहीं मिलता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा।

अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री श्री अंकित शुक्ल ने कहा कि योगी जी ने प्रदेश में जिस प्रकार अपराध और माफिया राज पर प्रहार किया है, उसी प्रकार शिक्षा-माफियाओं को भी मिट्टी में मिलाने का कार्य अब तेज़ी से होगा। निश्चित ही मुख्यमंत्री जी पुलिस प्रशासन की इस संवेदनहीनता से हुई लाठीचार्ज के जिम्मेदार दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई करेंगे। अभाविप विद्यार्थी हितों की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रही है और आगे भी रहेगी।

अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री सुश्री क्षमा शर्मा ने कहा कि रामस्वरूप विश्वविद्यालय ने वर्षों से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। मुख्यमंत्री जी को हमने सभी प्रमाण सौंपे हैं। अब यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है कि छात्रों से की गई अवैध वसूली वापस हो और दोषी अधिकारियों पर कठोरतम दंड दिया जाए।

Sunday, 7 September 2025

डीयू के कॉलेजों की छात्राओं से एबीवीपी का संवाद


नई दिल्ली, 7 सितंबर। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर एबीवीपी का प्रचार अभियान लगातार जारी है। एबीवीपी के संभावित प्रत्याशी छात्राओं के मुद्दों को प्राथमिकता देते हुए विश्वविद्यालय के प्रत्येक कॉलेज में जाकर वहाँ की छात्राओं से संवाद कर उनके मुद्दों को सुन रहे हैं। इसी क्रम में एबीवीपी के संभावित प्रत्याशियों ने अदिति महाविद्यालय, मिरांडा हाउस, विवेकानंद कॉलेज, रामानुजन कॉलेज, राजधानी कॉलेज सहित विश्वविद्यालय से संबद्ध अन्य कॉलेजों की छात्राओं से छात्रावासों में बातचीत की, उनकी समस्याएँ जानीं और डूसू चुनाव के लिए उनके सुझाव लिए। साथ ही एबीवीपी द्वारा छात्राओं को ध्यान में रखकर किए गए विभिन्न कार्यों से अवगत कराया।

ध्यातव्य है कि देश के प्रतिष्ठित दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्राओं को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कहीं आंतरिक शिकायत समिति से संबंधित दिक़्क़तें हैं, तो कहीं गर्ल्स कॉमन रूम की कमी; किसी कॉलेज में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन न होने की समस्या है तो कहीं अन्य सुविधाओं का अभाव। पिछले वर्षों में एबीवीपी और एबीवीपी नीत डूसू ने इन समस्याओं के समाधान हेतु लगातार संघर्ष किया है। जिसके परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय प्रशासन ने एबीवीपी की मांगों के आधार पर आंतरिक शिकायत समिति के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए एक समिति गठित की और कई कॉलेजों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीनें भी स्थापित करवाई साथ ही साथ छात्राओं की समस्याओं के समाधान हेतु एबीवीपी की अन्य मांगें भी मानी।

एबीवीपी की राष्ट्रीय मंत्री सुश्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि हमारा  मानना है कि किसी भी विश्वविद्यालय की प्रगति तभी संभव है जब उसकी छात्राएँ सुरक्षित, सम्मानित और सशक्त हों। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं के सामने आंतरिक शिकायत समिति से लेकर बुनियादी सुविधाओं की कमी तक अनेक चुनौतियाँ हैं। एबीवीपी ने अतीत में भी इन समस्याओं को समाधान की दिशा दी है और भविष्य में भी हम छात्राओं की हर समस्या के समाधान के लिए विशेष प्रयास करते रहेंगे। हमारे लिए छात्राओं के अधिकारों की रक्षा हमारी वैचारिक प्रतिबद्धता है। हम दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रत्येक छात्रा से आह्वान करते हैं कि वे निर्भीक होकर अपनी समस्याएँ हमारे सामने रखें जिसके लिए हम आगे कार्य कर सकें।

वही एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि एबीवीपी हमेशा से छात्राओं के मुद्दों को प्राथमिकता देती आई है। चाहे वह आईसीसी के पूर्ण कार्यान्वयन का विषय हो, छात्राओं की सुरक्षा के लिए कॉलेज परिसरों की परिधि में “वामिका" पुलिस वैन चलवाने की पहल हो, या फिर नवरात्र के नौ दिनों में अलग-अलग छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान कर उनका प्रोत्साहन करना हो – अभाविप ने सदैव छात्राओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। इस वर्ष भी हम छात्राओं के मुद्दों को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ रहे हैं, जिसके लिए हम विभिन्न कॉलेजों में जाकर छात्राओं से संवाद कर छात्राओं की प्राथमिकता वाले अपने एजेंडे को दिशा देंगे।

Saturday, 6 September 2025

एबीवीपी की डीयू के साउथ कैंपस और नार्थ कैंपस में बड़ी छात्र रैलियों के लिए तैयारियां शुरू


नई दिल्ली, 6 सितंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए शनिवार मुखर्जी नगर, कमला नगर , मल्कागंज, सत्य निकेतन,नारायणा विहार, लक्ष्मी नगर, मालवीय नगर जैसे क्षेत्रों में स्थित पेइंग गेस्ट हाउस तथा छात्रावासों में डूर टू डूर प्रचार अभियान चलाया। एबीवीपी के इस अभियान में 5-10 छात्र कार्यकर्ताओं के छोटे समूह में एक साथ दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में स्थित सैकड़ों पीजी में संपर्क कर उन्हें एबीवीपी के एजेंडे से अवगत कराया गया।

ध्यातव्य हो कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर एबीवीपी के संभावित प्रत्याशी प्रतिदिन विभिन्न माध्यम से विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं से संवाद कर रहे हैं एवं उनके बीच अपनी बात रख रहे हैं। एबीवीपी छात्रों की समस्याओं और सुझावों के आधार पर अपना घोषणापत्र तैयार कर रही है।

एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय का हर छात्र हमारे लिए परिवार का हिस्सा है। पीजी और हॉस्टल में रह रहे छात्रों तक पहुंचकर उनकी समस्याओं को समझना और उनका समाधान निकालना हमारा उद्देश्य है।  अभाविप सदैव छात्रहितों की लड़ाई लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी। हमारा प्राथमिक उद्देश्य छात्र हित है और इसके लिए हमारे संभावित प्रत्याशी निरन्तर कार्यरत है।