नई दिल्ली, 11 दिसम्बर। शिक्षा विभाग दिल्ली सरकार नींव परियोजना के अंतर्गत डायलॉग का आयोजन राजकीय बाल उच्च विद्यालय पुरानी सीमापुरी में किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स की सहायक आचार्य डॉ. आकांक्षा खुराना ने विद्यार्थियों को “उद्यमिता (Entrepreneurship)” विषय पर प्रेरक व्याख्यान दिया।
उन्होंने अपनी विशेष रूप से तैयार की गई प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से उद्यमिता की अवधारणा, सफल उद्यमियों के गुण, जोखिम उठाने की क्षमता, उद्यमी सोच (Entrepreneurial Mindset), उद्यमिता की प्रक्रिया, व्यवहार्यता विश्लेषण, बिज़नेस मॉडल के मुख्य अवयव, वित्तीय साक्षरता तथा आधुनिक तकनीक की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर छात्र छात्राओं को सरल एवं प्रभावी तरीके से जागरूक किया।
प्रस्तुतीकरण के दौरान डॉ. खुराना ने विद्यार्थियों को क्विज़, केस स्टडी (ज़ोमैटो, पेटीएम, मेशो आदि) तथा विभिन्न अभ्यासों (Opportunity Spotting, Business Model Canvas, Risk Assessment, Elevator Pitch आदि) के माध्यम से सक्रिय रूप से सम्मिलित किया, जिससे बच्चों में रचनात्मक एवं आलोचनात्मक सोच का विकास हुआ।
उन्होंने प्रश्नावली के माध्यम से विद्यार्थियों से उद्यमिता, स्टार्टअप, जोखिम प्रबंधन, डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग और वित्तीय प्रबंधन से जुड़े प्रश्न पूछे तथा उनकी शंकाओं का समाधान करते हुए उन्हें भविष्य में स्वयं रोज़गार सृजक बनने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्रमुख श्री देवेंद्र कुमार ने की। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए नींव परियोजना के डायलॉग–2 के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला तथा बताया कि इस प्रकार के संवाद कार्यक्रम विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास कैरियर जागरूकता और 21वीं सदी के कौशलों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने छात्रों को ऐसी सभी शैक्षिक एवं सह–पाठ्यचर्या गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए उत्साहित किया।
नींव परियोजना के इंचार्ज श्री राजेश कुमार ने मुख्य अतिथि डॉ. आकांक्षा खुराना का औपचारिक परिचय कराया और कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. संदीप कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व प्रधानाचार्य श्री आर. के. गौतम, श्री तरुण झा, श्री प्रभाकर प्रसाद श्रीवास्तव, श्री पंकज पांडेय, श्री जीत बहादुर त्रिपाठी, डॉ. विवेक तिवारी, श्री लाखन सिंह, श्री आदिल, श्री शिव कुमार शर्मा, श्री राकेश, श्री ललित, श्री जितेंद्र, श्री महबूब आलम, श्री राजकुमार, श्री राम भवन, श्री सचिन, श्री अजीत यादव, श्री पवन, श्री शजर, अमित, अनुभव, महेश, रुचि, आरुषि, नमरा आदि शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।






