Monday, 20 October 2014

मीडिया चौपाल में गंगा पर चिंता

                                           कुंदन कुमार...
नई दिल्ली, भारतीय जनसंचार संस्थान में पिछले 11-12 अक्टूबर को ‘‘मीडिया चौपाल’’ के द्वारा दो दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में नदी संरक्षण को लेकर अलग-अलग सत्र वक्ताओं ने अपनी राय राखी. इसमें पत्रकारिता जगत के नामचीन पत्रकारों ने शिरकत की. इसके साथ ही सामाजिक गतिविधियों में संलग्न अनेक समाजसेवियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. वक्ताओं में पत्रकार जवाहरलाल कौल, पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र, संत बलबीर सिंह, राज्यसभा सांसद प्रभात झा आदि मौजूद थे. पहले सत्र का संचालन बरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी ने किया. इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार जवाहरलाल कौल ने गंगा नदी के बारे में कहा की गंगा सिर्फ एक नदी नहीं है अपितु गंगा हमारे सांस्कतिक इतिहास की बहुत बड़ी विरासत है. श्री कौल ने गंगा की नई परिभाषा देते हुए कहा कि वह सभी नदी गंगा है जिसका पानी पवित्र है अर्थात स्वच्छ है. इसके साथ ही
उन्होंने मीडिया को एक बार फिर कटघरे में लाते हुए कहा कि आजकल भारतीय मीडिया बाजारवाद का शिकार हो गयी है. सामाजिक मुद्दों से मीडिया का अब कोई सरोकार नहीं रहा. मीडिया चौपाल में नदी के मुद्दे पर संत बलबीर सिंह ने कहा कि वर्त्तमान समय मे नदियां अपना अस्तित्त्व खो रहीं हैं. अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वह समय दूर नहीं जब ये पूरी तरह विलुप्तप्राय हो जाएंगी. गौरतलब है की संत सिंह ने पंजाब में एक नदी को पुनर्जीवित करने में अहम् भूमिका निभाई, फलस्वरुप आज वह नदी पूरी तरह प्रदूषण मुक्त है. मीडिया चौपाल का मुख्य उद्देश्य नदियों की सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरुक करना था. 

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