नई दिल्ली, बुधवार, 14 फरवरी, राष्ट्रीय कला मंच एवं दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ' मदारी ' के दूसरे दिन का शुभारंभ सरस्वती पूजन के साथ हुआ। मदारी के दूसरे दिन दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों से आयी नाट्य मंडली के कलाकारों ने अपनी कलात्मक प्रस्तुति से उपस्थित दर्शकों को भाव - विभोर किया तो वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के 16 कॉलेजों ने जैसे मिरांडा हाउस, विवेकानंद कॉलेज, अदिति महाविद्यालय, कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, माता सुंदरी कॉलेज आदि की टीम ने खिचड़ी, ग्राम्या और धरोहर थीम पर आधारित कला प्रदर्शनी लगाकर छात्रों को अपनी कला से अवगत कराया।
मदारी के दूसरे दिन कला संकाय में हस्तकला के विभिन्न रूप दिखे । कलाकारों ने पेंटिंग्स, पोस्टर्स, बुकमार्क्स व अन्य साज सज्जा के समानों की प्रदर्शनी लगाकर छात्रों का ध्यान आकृष्ट किया एवं हस्तकला के प्रति जागरूक करने का काम किया। वीर, शृंगार आदि रसो से युक्त काव्य पाठ ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। प्रतिभागियों ने पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके सम्मान में कविताएं पढ़ी। राम आयेंगे गीत के गायन से समस्त वातावरण राममय हो गया।
राष्ट्रीय कला मंच दिल्ली प्रांत संयोजक अनुपम तिवारी ने कहा, " मदारी का दूसरा दिन प्रतिभावान प्रतिभागियों की उत्कृष्ट प्रस्तुति से ऊर्जावान रहा। दिल्ली विश्वविद्यालय के 16 महाविद्यालयों की टीम ने अपने पेंटिंग्स, पोस्टर्स, बुकमार्क्स व अन्य साज सज्जा के समानों की प्रदर्शनी का अनुपम निर्दशन प्रस्तुत किया। नुक्कड़ नाटक में कल 8 कॉलेजों की नाट्य मण्डली ने प्रतिभाग किया था, आज 15 कॉलेजों की नाट्य मण्डली ने अपने नाटक प्रस्तुत किए। धरोहर थीम के अंतर्गत ओपन माईक के माध्यम से कलाकारों ने कविता पाठ भी प्रस्तुत किया।"
डूसू सह सचिव सचिन बैसला ने कहा, " दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ और राष्ट्रीय कला मंच द्वारा आयोजित मदारी कार्यक्रम की चर्चा दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी के मध्य है। मदारी, कलाकारों को अपनी कला दिखाने का मंच दे रहा है। हमारा सदैव से यह प्रयास रहा है कि जो प्रतिभा अवसर के अभाव में दम तोड़ देती है उसे एक मंच मिले । मदारी के माध्यम से वह मंच दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ और राष्ट्रीय कला मंच दे रहा है।"
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