तनु त्रिवेदी
हिन्दी पत्रकारिता प्रथम वर्ष
नई दिल्ली, 20 सितंबर। डॉ भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय में हिंदी पत्रकारिता अध्ययन विभाग ने नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया । कार्यक्रम का विषय एआई के दौर में मीडिया था। इसमें वक्ता के तौर पर सुशीला सिंह वरिष्ठ पत्रकार बीबीसी, हिमानी दीवान सहायक संपादक आजतक न्यूज उपस्थिति रही। वहीं अध्यक्षीय वक्त के रूप में डीडी न्यूज के अशोक श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
सुशीला सिंह ने उद्घाटन वक्तव्य देते हुए कहा कि आई आज के दौर की जरूरत है। यह कोई नहीं चीज़ नहीं है। इसकी परिकल्पना 1950 के दशक में ही कर ली गई थी। इसके अलावा इसके अंदर मानवीय संवेदना नहीं है। इसलिए यह बिल्कुल न सोचें की इसके वजह से आपके रोजगार के क्षेत्र में संकट उत्पन्न हो जाएगा।
हिमानी दीवान ने एक उदाहरण से अपने वक्तव्य की शुरूआत करते हुए कहा कि इसी कॉलेज में पिछले साल एक वाद विवाद प्रतियोगिता में बतौर जज वह शामिल हुईं थीं। लेकिन जब निर्णय देने की बारी आई तो वह असमंजस में पड़ गईं। क्योंकि सभी प्रतिभागियों का कॉन्टेंट एक जैसा ही था। सभी चैटजीपीटी और एआई की मदद ली थी। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों की एआई पर कितनी निर्भरता हो गई है।
अध्यक्षीय संबोधन में अशोक श्रीवास्तव ने विधार्थियों को अपने अनुभव से मार्गदर्शित किया। उन्होंने कहा कि यदि आप परिवर्तन के लिए तैयार नहीं हैं तो यह पत्रकारिता आपके बस की बात नहीं है। इसके अलावा उन्होंने भाषा की समझ पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आप जिस भाषा में पत्रकारिता करना चाहते हैं उस भाषा में आपको पारंगत होना चाहिए।
हिन्दी पत्रकारिता की संयोजिका प्रो शशि रानी ने नवागंतुकों को पत्रकारिता के क्षेत्र में मौजूद तमाम रोजगार के अवसरों से अवगत कराया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई।अतिथि वक्ताओं का स्वागत तुलसी पौध और सॉल देकर किया गया । मंच संचालन का कार्य डॉ राकेश कुमार ने किया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन प्रो चित्रा रानी ने किया। कार्यक्रम में प्रो बिजेंदर कुमार, प्रो शशि रानी, डॉ सुभाष गौतम , डॉ रंजीत, प्रो रामप्रकाश द्विवेदी, प्रो ममता के साथ भारी तादाद में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।
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