Thursday, 3 October 2024

शारदीय नवरात्र आरंभ


झंडेवाला देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र मेला आज  बृहस्पतिवार   03-10-2024 से आरंभ हो गया है जो  12-10-2024 तक चले गा। आज नवरात्र के प्रथम दिन माँ भगवती के प्रथम स्वरूप माँ शैलपुत्री जी की आराधना व पूजा अर्चना पूर्ण विधि – विधान के साथ की गई | पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप मे जन्म लेने के कारण इन्हे शैलपुत्री नाम से अभिहित किया गया है। प्रात: 4:00 बजे मंदिर के पट खुलने के साथ ही मंदिर परिसर माँ के जयकारों के साथ गूंज उठा । हजारों उपस्थित भक्तों ने माँ झंडेवाली का जयघोष किया l मंदिर प्रबंधन ने आने वाले भक्तों की सुविधा को ध्यान मे रखते हुए व्यापक प्रबंध किये हैं, जिन में मुख्यत: रानी झाँसी मार्ग, पुराना नाज सिनेमा व फ्लैटिड फैक्ट्री कोम्पलेक्स में भक्तों के वाहन खड़े करने की निःशुल्क व्यवस्था की है।  छ: स्थानों पर भक्तों के लिये जूता स्टैंड बनाये गये हैं । सुरक्षा  व्यवस्था व्यापक रूप से की गयी है। पूरे परिसर व आसपास पास 260  सीसीटीवी लगाये गये है। मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र की सज्जा भी आकर्षण का केंद्र है l


भक्तों को लाइनों मे कोई असुविधा ना हो उसके लिए लाइनों मे पट्टियाँ  बिछायी गई हैं व बहुत ही सुंदर व मधुर संगीत की व्यवस्था की गई है l प्रातः  4-00 बजे व सायँ: 7-00 बजे आरती  के द्वारा माँ झण्डेवाली की पूजा-अर्चना की गई, जिस का सीधा प्रसारण मंदिर द्वारा यू-टयूब चैनल, फेसबुक व मंदिर की वैबसाइट पर किया गया। बाहर से प्रसाद, फूलमाला व किसी अन्य वस्तु का लाना निषेध है। आने वाले  हर भक्त को निकासी द्वार पर माँ के भण्डारे का प्रसाद दिया गया l


आज विभिन्न कीर्तन मंडलियों द्वारा मुख्य प्रांगण में माँ का गुणगान किया गया। दर्शनों के लिए आने वाले भक्तो  की सुविधा के लिये मंदिर का चिकित्सा विभाग भी कार्यरत है जहां पर दक्ष चिकित्सक और प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था 24 घन्टे उपलब्ध है l भक्तो की सुविधा के लिए मंदिर की ओर से online दर्शन बुकिंग की व्यवस्था भी की गई है जिसे वे मंदिर की वेबसाइट से बुक कर सकते है और अपने निर्धारित समय पर विषेश प्रवेश द्वार से सीधे मंदिर में प्रवेश करते हैं। मैट्रो से आने वाले भक्तो के लिए अनेक निशुल्क ई-रिक्शा लगाए गए है। भक्तो के आग्रह पर अखंड ज्योत एवं खेत्री बीजन मे प्रयुक्त होने वाली सामग्री और उनकी सही विधि के लिए भी मंदिर के बाहर स्टाल लगाए गए हैं। मंदिर में खोया-पाया विभाग भी कार्यरत है जो आने वाले भक्तों को बिछुड गये परिजनों से मिलवाने व खोये सामान की जानकारी प्राप्त करवाता है ।

No comments:

Post a Comment