नई दिल्ली, 31 जनवरी। राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समन्वय की भावना के साथ आज दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में SEIL (स्टूडेंट्स एक्सपीरियंस इन इंटरस्टेट लिविंग) के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में आयोजित "राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा" के अंतर्गत इस कार्यक्रम में देश की सांस्कृतिक विविधता और आपसी समझ को मजबूत करने में उनके योगदान को सराहा गया। इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री और युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया,राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष प्रो. मिलिंद मराठे और SEIL ट्रस्टी श्री सुनील बासुमुत्री उपस्थित रहे, जिन्होंने SEIL प्रतिनिधियों को सम्मानित किया और देश की सांस्कृतिक विविधता को सुदृढ़ करने में उनके योगदान की सराहना की।
राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के तहत SEIL प्रतिनिधि 28 जनवरी को दिल्ली पहुंचे थे। 29 जनवरी को, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों का दौरा किया और शाम को बीटिंग रिट्रीट समारोह में शामिल हुए। 30 जनवरी को उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ से मुलाकात की जिसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ दोपहर के भोजन का आयोजन हुआ। इसके बाद, उन्होंने भारतीय संसद, इंडिया गेट और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया। 31 जनवरी को, प्रतिनिधियों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात की और वीसी हाउस का दौरा किया, जिसके बाद सम्मान समारोह में भाग लिया। दिल्ली यात्रा के समापन से पहले, 1 फरवरी को वे अक्षरधाम मंदिर का दौरा करेंगे और फिर प्रस्थान करेंगे।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख भाई मांडविया ने अपने संबोधन में कहा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद केवल एक संगठन नहीं है, बल्कि यह एक कार्यशाला है जो मेहनती, कुशल, आत्म-विकसित और आत्मनिर्भर नागरिकों को माँ भारती की सेवा के लिए तैयार करने में निर्णायक भूमिका निभाता है। ‘स्टूडेंट्स एक्सपीरियंस इन इंटर-स्टेट लिविंग’ (SEIL) के तत्वावधान में राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा का आयोजन करके, एबीवीपी सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधताओं को समाहित करते हुए राष्ट्रीय एकता के महान मूल्य को बनाए रख रही है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, मैं राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के सभी प्रतिनिधियों की सराहना करना चाहता हूँ, जिन्होंने इस राष्ट्रव्यापी यात्रा में भाग लिया, जिसका उद्देश्य एकात्मता की महान भावना का प्रचार करना है, और जो सक्रिय रूप से हमारे भारत के लिए कार्य कर रहे हैं।
SEIL टूर ग्रुप के प्रतिनिधि संजू लामू ने कहा की हमारे लिए यह यात्रा केवल भ्रमण नहीं, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान, परस्पर सम्मान और राष्ट्रीय एकता का अनुभव रहा है। उत्तर-पूर्व से आने के कारण हमें अक्सर लगता है कि हमारे संस्कृति को देश के अन्य हिस्सों में अधिक नहीं जाना जाता। इस तरह की पहलों के माध्यम से, हम न केवल अन्य राज्यों की विरासत को जान रहे हैं, बल्कि अपनी परंपराओं, भाषा और पहचान को भी पूरे देश के साथ साझा कर रहे हैं। यह यात्रा हमारे इस विश्वास को और मजबूत करती है कि विविधताओं के बावजूद हम सभी ‘एक भारत’ की भावना से जुड़े हुए हैं।
इस मौके पर अभाविप दिल्ली प्रांत मंत्री हर्ष अत्री ने कहा की राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा की मेजबानी करना हम सभी के लिए एक समृद्ध अनुभव रहा है। यह पहल हमारे विविधतापूर्ण राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने वाली एकता की भावना का प्रतीक है। उत्तर-पूर्व से आए हमारे मित्रों का स्वागत कर, उन्हें अपने समृद्ध परंपराओं और विरासत को साझा करने का मंच देना न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है, बल्कि भारत की विविधता को और गहराई से समझने में भी मदद करता है। ऐसे संवादों के माध्यम से, हम जीवनभर के रिश्ते बना रहे हैं और ‘विविधता में एकता’ के दर्शन को और मजबूत कर रहे हैं।
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