नई दिल्ली, 18 अप्रैल। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में इस बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने महिला नेतृत्व पर विशेष भरोसा जताया है। अभाविप ने सेंट्रल पैनल में अध्यक्ष पद के लिए शिखा स्वराज को तथा विभिन्न स्कूलों के काउंसलर पदों पर सर्वाधिक संख्या में महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान (एसआईएस) की पांच में से तीन सीटों पर छात्राएं उम्मीदवार हैं। बीते वर्षों में भी विद्यार्थी परिषद की ओर से 2015 में उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी वेलेंटिना ब्रह्मा, 2016 में अध्यक्ष पद की प्रत्याशी जान्हवी, 2017 में अध्यक्ष पद की प्रत्याशी निधि त्रिपाठी, 2018 में उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी गीता श्री बरुआ, 2019 में उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी श्रुति अग्निहोत्री एवं 2024 में उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी दीपिका शर्मा रह चुकी हैं। इस बार अध्यक्ष पद पर शिखा स्वराज को उतारते हुए परिषद ने पुनः अपने संकल्प को दोहराया है। इसके साथ ही सेंट्रल पैनल के उपाध्यक्ष पद के लिए निट्टू गौतम, सचिव पद के लिए कुणाल राय और संयुक्त सचिव पद के लिए वैभव मीणा अभाविप के प्रत्याशी हैं।
वहीं दूसरी ओर, चुनाव से पहले ही विभिन्न स्कूलों के काउंसलर पदों पर अभाविप के प्रत्याशियों ने निर्विरोध जीत दर्ज कर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की एकमात्र सीट पर सुरेंद्र बिश्नोई, स्कूल ऑफ संस्कृत एंड इंडिक स्टडीज की तीनों सीटों पर प्रवीण पीयूष, राजा बाबू और प्राची जायसवाल तथा स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन की एक सीट पर गोवर्धन सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इन विजयों ने चुनावी प्रक्रिया के प्रारंभिक चरण में ही छात्र समुदाय के बीच विद्यार्थी परिषद के प्रति गहरे विश्वास और व्यापक समर्थन को स्पष्ट रूप से रेखांकित कर दिया है, जिससे आगामी छात्रसंघ चुनाव में परिषद की स्थिति और अधिक सुदृढ़ होती दिख रही है।
अभाविप दिल्ली के प्रांत सह मंत्री विकास पटेल ने कहा कि अभाविप जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में महिला प्रतिनिधत्व को लेकर खासा उत्साहित है। हर बार की तरह इस बार भी हमने सेंट्रल पैनल में महिला भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए अध्यक्ष पद पर महिला प्रत्याशी शिखा स्वराज को खड़ा किया है। हमने स्कूल्स के काउंसलर्स पदों पर भी महिलाओं को अधिकाधिक संख्या में चुनाव में उतारा है ताकि छात्रसंघ चुनाव में महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिल सके और एक स्वस्थ एवं समतामूलक परिसर का निर्माण हो सके।
अभाविप जेएनयू इकाई अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने कहा कि काउंसलर पदों पर हमारे प्रत्याशियों की निर्विरोध जीत यह दर्शाती है कि विद्यार्थी परिषद पर छात्रों का भरोसा पहले से कहीं अधिक मजबूत हुआ है। यह जीत न केवल हमारे कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम का परिणाम है, बल्कि अभाविप की राष्ट्रवादी विचारधारा और छात्रहितैषी नीतियों में छात्रों की आस्था का स्पष्ट प्रमाण भी है। छात्रसंघ चुनाव में भी इसी विश्वास के साथ अभाविप ऐतिहासिक विजय प्राप्त करेगा और परिसर में एक सकारात्मक, प्रगतिशील तथा छात्रोन्मुख वातावरण का निर्माण करेगा।
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