नई दिल्ली, 14 अगस्त। डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय में शुक्रवार को आपातकाल : लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में किया गया। आपातकाल के बारे में युवाओं को जागरुक और जानकार बनाने के उद्देश्य से किया गया।
निबंध प्रतियोगिता में महाविद्यालय के 56 छात्रों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में हिन्दी
भाषी 36 छात्रों ने भाग लिया जबकि 20 छात्रों ने अंग्रेजी भाषा में निबंध लिखा।
प्रतियोगिता का आरंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सदानंद प्रसाद
के अशीर्वचन के साथ आरंभ हुआ। प्राचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह
प्रतियोगिता छात्रों को दोहरा लाभ देगा। एक तरफ छात्र आपातकाल और आपातकाल के दौरान
लोकतांत्रिक अधिकारों के बारे में अपनी जानकारी को समृद्ध कर सकेंगे, वहीं दूसरी तरफ
छात्रों में लेखन कौशल का भी विकास होगा।
प्रतियोगिता के आयोजन समित्ति के संयोजक प्रो. राजवीर वत्स ने बताया
कि प्रतियोगिता छात्रों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के विकास में मददगार बनेगा। निबंध
लेखन के माध्यम से विद्यार्थी किसी विषय की विषयवस्तु और भाषा को कैसे संयोजित किया
जाए,यह सीख सकेंगे। साथ ही, आपातकाल के दौर की स्थितियों को समझने में सफल होंगे।
प्रो. राजवीर वत्स ने बताया कि निबंध प्रतियोगिता में प्रथम तीन
पुरस्कार के लिए चयनित विद्यार्थियों को 13 अगस्त को आपातकाल पर होने वाले राष्ट्रीय
संगोष्ठी में प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर प्रो. ममता वालिया, प्रो. शशि रानी, प्रो.
बिजेन्द्र कुमार, प्रो. ममता यादव, प्रो. पूनम मित्तल, डॉ सुभाष गौतम, डॉ प्रवीण झा
समेत छात्र शामिल रहे।
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