राम नरेष
भारत जनसंख्या के मामले में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है. यह हमारे लिए
ख़ुशी की बात नहीं है कि भारत और किसी क्षेत्र में नहीं जनसंख्या में ही
तरक्की कर रहा है. एक सर्वे से यह पता चला है कि अगर जनसंख्या वृद्धि को
रोका नहीं गया तो सन्2030 में भारत विश्व में पहले स्थान पर होगा.
जनसंख्या वृद्धि हमारे लिए एक गंभीर समस्या है. जो आगे चल कर हमारे भारतीय
समाज के लिए भारी पड़ने वाला है. आपको पता होगा कि ज्यादा जनसंख्या बढ़ने
से रोजगार में कमी आने लगी है, रोजगार में कमी आने के कारण पढ़ा-लिखा कुशल व
बुद्धिमान वयक्ति देश से बाहर जाकर काम करने पर मजबूर है. जिससे दूसरे
देश की तो तरक्की हो रही है और हमारा देश विकसित राष्ट्र होने में नाकाम है. पहले ऐसा नहीं था, अगर कोई व्यक्ति 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर ले तो उसे
सरकारी नौकरी बहुत आराम से मिल जाती थी लेकिन अब हालात बदल चुके हैं,
जनसंख्या में वृृद्धि होने के कारण ही कोई व्यक्ति ग्रेजुएट भी हो जाता है
तो भी उसे नौकरी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. जनसंख्या वृद्धि के कारण
ग्रेजुएट व्यक्ति आॅटो-रिक्शा चलाने व छोटी कंपनियों में काम करने के लिए
मजबूर है और आम लोगों कि तरह जिंन्दगी व्यतीत कर रहे हैं.यह एक गंभीर समस्या है जो भारत के लिए आने वाले भविस्य में हमें भारी पड़ने वाली है. सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाने चाहिए या फिर लोगों में जागरूकता लाने और शिक्षित करने की आवश्यकता है ताकि वह समझें कि जनसंख्या में वृद्धि से देश के रोज़गार में कितनी कमी आईं है. हमारे देश में ऐसे कई राज्य है जिसमें लोग अभी भी पूरी तरह से शिक्षित नहीं हैं. हमें पहले इन लोगों को शिक्षित करना पड़ेगा जिससे जनसंख्या वृद्धि में कमी आएगी इससे आम लोगों को भी नौकरियाँ मिल सकेंगी. जिससे देश तो तरक्की करेगा ही लेकिन साथ ही साथ देश की आम जनता भी तरक्की की राह पर होगी. जिससे कोई भी रोड व फुटपाथ पर या फिर भूखा नहीं सोयेगा. इससे देश में गरीबी कम होगी और किसी को भी दूसरे देश में जाकर काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. भारत देश एक समृद्ध व सुखी देश होगा. देश के लोगों को यह नारा अपनाना चाहिए 'छोटा परिवार सुखी परिवार, हम दो हमारे दो'.
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