Monday, 19 February 2024
भारत हमारी माता, पिता हिमालय : डॉ जोशी
नई दिल्ली, सोमवार, 19 फ़रवरी। जाने माने राष्ट्रवादी चिंतक, राजनीतिज्ञ और विचारक डॉ मुरली मनोहर जोशी जी हिमालय संरक्षण के मुद्दे पर जिज्ञासा डीयू के कार्यक्रम में कहा कि अगर भारत हमारी माता है तो हिमालय हमारा पिता है। जिज्ञासा डीयू के तहत आज किरोड़ी मल कॉलेज में हिमालय संरक्षण विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ जिसमें देश के जाने माने राजनीतिज्ञ और प्रखर चिंतक डॉ मुरली मनोहर जोशी जी ने हिमालय को बचाने के लिए लोगों को आगे आने का
आह्वाहन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किरोड़ी मल कॉलेज के प्राचार्य प्रो दिनेश खट्टर जी ने किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रवादी विचारक और सामाजिक संगठनकर्ता श्रीमान राजकुमार भाटिया जी का सानिध्य रहा। डॉ जोशी ने पीपीटी प्रेजेंटेशन का उपयोग कर के पूरी तरह से भरे हुए सभागार में बैठे सभी शिक्षकों को हिमालय के महत्त्व के बारे में समझाया और बताया की कैसे हिमालय को बचाना हमारे अपने अस्तित्व को बचाने से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया की जिस तरह से विकास के नाम पर अंधी दौड़ चल रही है , ये हम सभी के लिए और पूरी पृथ्वी के लिए आत्मघाती सिद्ध हो सकता है।
अपनी प्रस्तुति के निचोड़ स्वरुप उन्होंने कहा कि अगर भारत हमारी माता है तो हिमालय हमारा पिता है। जब तक भारतवासी और यहाँ कि सरकार हिमालय के महत्त्व को नहीं समझेंगे और विकास के साथ साथ हिमालय के संरक्षण का संतुलन बनाकर चलने की नीति को नहीं अपनाएंगे, तब तक अंधाधुंध विकास की सोच हमारे अपने ही अस्तित्व के ऊपर खतरा बढ़ाता रहेगा और इस पृथ्वी को प्रलय की ओर जल्दी ले जाने का प्रयास करता रहेगा । कार्यक्रम का सञ्चालन प्रो राकेश पांडेय ने किया और धन्यवाद् प्रस्ताव प्रो सुनील कश्यप जी ने दिया। कार्यक्रम में प्रो गीता भट्ट, प्रो मनोज खन्ना , प्रो श्रीराम ओबेरॉय , प्रो रघुवंश सिंघल, सुश्री सुबुही ख़ान, डॉ महेश कौशिक और गांधी स्मृति दर्शन समिति के निदेशक डॉ ज्वाला प्रसाद जी भी उपस्थित रहे।
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