दिल्ली, 18 नवंबर। 16 नवंबर सोमवार से 18 नवंबर तक हो रहे एनवायरमेंट एंड सोशल डेवलपमेंट एसोसिएशन, डॉ भीम राव अम्बेडकर कॉलेज और हंसराज कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में 5वें विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन 2024 का व्यापक समापन कार्यक्रम हंसराज कॉलेज के सम्मेलन कक्ष में संपन्न हुआ ।
कार्यक्रम के तीसरे दिन आईसीएमआर की कार्यशाला, ओरल पेपर प्रेजेंटेशन के साथ अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया। आखिरी दिन बायोमेडिकल के क्षेत्र में शोध के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ कविता खटाना ने कोरोना के अनुभव को लेकर नई दवाओं को बनाने की विधि को साझा किया। पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट और शोधकर्ता डॉ कमल सिंह ने श्वसन से जुड़ी समस्याओं पर प्रकाश डाला और अस्थमा पर अपनी शोध को प्रस्तुत करते हुए सांस के रोगों का समाधान भी दिया।
ओरल पेपर प्रेजेंटेशन में अलग-अलग विषयों पर शोध पत्रों को प्रस्तुत किया। कुल 15 टीमों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए जिसमें तीन को पुरस्कृत किया गया ।प्रथम पुरस्कार डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज के प्रतिभागियों के पक्ष में रहा, दूसरा और तीसरापुरस्कार हंसराज कॉलेज के नाम रहे।
कार्यक्रम के समापन सत्र में डॉ भीम राव अंबेडकर कॉलेज के प्राचार्य प्रो सदानंद प्रसाद ने समिट की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मे.ज. डॉ श्री पाल(रिट) ने दिल्ली की हवा को जानलेवा बताकर उसके समाधान के उपाय को साझा किया और बैंकरमैन टेक्नोलॉजी को देश की टेक्नोलॉजी बताया। हंसराज कॉलेज प्राचार्य प्रो रमा को ईएसडीए के सर्वोच्च सम्मान से अकादमी के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।संपूर्ण कार्यक्रम के संचालक व प्रबंध सचिव के रूप में ईएसडीए के महासचिव डॉ जितेन्द्र कुमार नागर ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी का धन्यवाद किया। अंत में ग्रुप फोटो और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
(सौभाग्य,अजय शर्मा, हरिओम गुर्जर)
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