Monday, 10 February 2025

9वीं वार्षिक सहोदय सम्मेलन : शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए शिक्षकों का संगम

सौम्या पांडे


ग्रेटर नोएडा, 1 फरवरी। सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स एनसीआर (ईस्ट) ने बहुप्रतीक्षित 9वें वार्षिक सहोदय सम्मेलन का आयोजन प्रज्ञान स्कूल, ग्रेटर नोएडा में सफलतापूर्वक किया। "उत्कृष्टता को बढ़ावा देनाः भविष्य के लिए एक साझा दृष्टि थीम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में प्रमुख शिक्षाविदों, स्कूल प्रमुखों और विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिसमें शैक्षिक परिदृश्य को बदलने के लिए नवाचार रणनीतियों पर चर्चा की गई। सम्मेलन की शुरुआत परंपरागत दीप प्रज्वलन समारोह के साथ हुई, जो ज्ञान प्राप्ति का प्रतीक है। प्रज्ञान स्कूल की प्रधानाचार्या, सुश्री रुचिका शर्मा ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।

सम्मेलन में प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने शिक्षा के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई: मुख्य अतिथि, श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव (निदेशक प्रशिक्षण, सीबीएसई), मुख्य वक्ता, डॉ. सत्यनारायण दास (निदेशक जीव इंस्टीट्यूट ऑफ वैदिक स्टडीज, वृंदावन), डॉ. दीप्ति शर्मा (अध्यक्ष, सहोदय एनसीआर ईस्ट एवं प्रधानाचार्या, प्रज्ञान पब्लिक स्कूल, जेवर), डॉ. गुंजन बंसल (सचिव, सहोदय एनसीआर ईस्ट एवं प्रधानाचार्या, द डिवाइन मदर इंटरनेशनल स्कूल, जेवर), डॉ. निधि गुलाटी (कोषाध्यक्ष, सहोदय एनसीआर ईस्ट एवं प्रधानाचार्या, एल्पाइन पब्लिक स्कूल, खुर्जा), श्रीमती पूनम कुमार मेनदिरत्ता (उपाध्यक्ष, सहोदय एनसीआर ईस्ट), श्री संदीप मित्तल (निदेशक, एल्पाइन ग्रुप ऑफ स्कूल्स), एवं श्री हरीश शर्मा (निदेशक, प्रज्ञान स्कूल्स)। सभी सम्मानित अतिथियों को उनके अमूल्य योगदान को सम्मानित करने हेतु एक पौधा एवं शॉल भेंट किए गए।

इस आयोजन में कई महत्वपूर्ण सत्र, चचर्चाएँ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। डॉ. दीप्ति शर्मा ने सहयोग और नवाचार की महत्ता पर जोर देते हुए प्रेरणादायक संबोधन दिया। डॉ. गुंजन बंसल ने सहोदय एनसीआर ईस्ट की पहलों पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें शिक्षण पद्धतियों को उन्नत करने और छात्र सहभागिता को बढ़ाने के प्रयासों को उजागर किया गया। कार्ल ह्यूबर स्कूल, सरदार पटेल विद्यालय डंकोर, प्रज्ञान स्कूल ग्रेटर नोएडा, जेपी इंटरनेशनल स्कूल, एल्पाइन पब्लिक स्कूल और नोएडा एजुकेशनल एकेडमी के छात्रों द्वारा प्रस्तुत "कृष्ण की खोज आत्मा के भीतर दिव्यता की संगीतमय यात्रा" एक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम रहा। श्री संदीप मित्तल ने शिक्षा में उत्कृष्टता स्कूलों की भूमिका पर एक प्रभावशाली सत्र दिया, जिसमें गुणवत्ता-आधारित शिक्षण वातावरण की आवश्यकता पर जोर दिया गया। डॉ. सत्यनारायण दास ने पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक शिक्षा पद्धतियों के समावेश पर एक विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया। श्री प्रभांशु श्रीवास्तव (आईएएस, सेवानिवृत्त), पूर्व उप सचिव, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने प्रेरणादायक शब्द हमसे साझा किए। उनके उद्बोधन ने शिक्षकों को लचीलापन,अनुकूलनशीलता और नवाचार को अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे वे अपनी शिक्षण विधियों में सुधार कर सकें और छात्रों को भविष्य के नेतृत्वकर्ता बनने के लिए सशक्त बना सकें।


सम्मेलन के प्रमुख आकर्षणों में से एक था सहोदय मॉडल स्कूल पुरस्कार, जिसमें उत्कृष्ट शिक्षण, नेतृत्व और छात्र विकास में अग्रणी संस्थानों को मान्यता दी गई। श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव ने शिक्षकों के लिए निरंतर व्यावसायिक विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए प्रेरणादायक विचार साझा किए। इस अवसर पर सहोदय एनसीआर ईस्ट ई-मैगज़ीन- ज्ञानोदय वॉल्यूम ३० का भी शुभारंभ किया गया, जो शैक्षिक नेटवर्किंग और ज्ञान साझा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. देबरोटी बसु ने समय प्रबंधन पर एक विशेष सत्र लिया, जिसमें शिक्षकों को अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रभावी तकनीकों की जानकारी दी गई।

सम्मेलन का समापन श्रीमती रूबी चंदेल प्रधानाचार्य जेपी इंटरनेशनल ग्रेटर नोएडा, द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी सम्माननीय अतिथियों, वक्ताओं, शिक्षकों और आयोजन टीम का आभार व्यक्त किया। इसके बाद सामूहिक फोटो सत्र एवं हाई टी के साथ इस विशेष दिन का समापन हुआ। 9वां वार्षिक सहोदय सम्मेलन शिक्षा में उत्कृष्टता के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता और उज्जवल शैक्षिक भविष्य के लिए साझा दृष्टिकोण को सशक्त बनाने में पूर्ण रूप से सफल रहा।

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