नई दिल्ली, 7 मार्च। दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ईकाई द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के ऊपर महिला सशक्तिकरण आज की जरूरत विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर दिल्ली प्रांत सह मंत्री अपराजिता, प्रांत सह छात्रा प्रमुख अदिति त्रिपाठी, पूर्वी विभाग छात्रा प्रमुख साक्षी गुप्ता उपस्थित रहीं।
कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। छात्राओं ने अपने ओजस्वी भाषण से सभी को आह्लादित कर दिया। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने भी प्रतिभाग किया और महिला सशक्तिकरण को लेकर अपने विचार रखे। वर्तमान समय में महिला सशक्तिकरण को लेकर भारत की केंद्रीय सरकार भी कई योजनाओं के तहत प्रयास कर रही है। लेकिन महिलाओं को सशक्त करने की लिए पुरुषों और समाज के सोच में विकास करने की जरूरत है। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाली छात्रा श्रद्धा चतुर्वेदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आए दिन महिलाओं को महिलाएं ही हतोत्साहित कर रही हैं। छद्म नारीवाद आज के दौर में महिलाओं की ही दुर्गति करता चला जा रहा है।
प्रांत सह मंत्री अपराजिता ने बताया कि भारत में महिलाओं का इतिहास गौरवशाली रहा है। किंतु विदेशी आक्रांताओं की वजह से भारतीय महिलाओं का दमन हुआ है। उन्होंने कहा कि छद्म नारीवाद की समर्थक महिलाओं को पुरुषों के विचार पसंद नहीं आते। जबकि पुरुषों के आगे आकर महिलाओं पर बात करने से उनकी ही मानसिकता और सोच में सुधार होगा। जिससे अपने आप स्थिति सामान्य होती चली जाएंगी।
प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार श्रद्धा चतुर्वेदी, द्वितीय राम पाठक और तृतीय पुरस्कार नंदिनी को प्राप्त हुआ। मंच संचालन का काम पूर्व छात्रसंघ सचिव एवं प्रांत कार्यकारिणी सदस्य कनक कसाना ने किया। इस दौरान डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज छात्र संघ सचिव निशा छपराना, ईकाई अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी, अभिषेक , पूजा के साथ भारी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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