नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। डॉ भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग द्वारा रिसर्च के महत्व विषय पर कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए शोध की अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता बैंगलोर क्राइस्ट विश्वविद्यालय के प्रो. बैजू गोपाल रहे। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक विषयों की बारीकियों को समझने के लिए गुणात्मक शोध विधि का अत्यधिक महत्व है। उन्होंने छात्रों को गुणात्मक शोध के विभिन्न पक्षों के महत्व पर बल दिया और इसे समझने के व्यावहारिक तरीके बताए।
इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख प्रो. मालिनी प्रिया ने शोध के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह मानसिक एवं सामाजिक कुशलक्षेम के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सदानंद प्रसाद ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शोध कार्य के माध्यम से वे राष्ट्र की प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
कार्यशाला के सफल संचालन में अंतिम वर्ष के छात्रों नव्या, गौरी, हर्ष, पलक और पूर्वांशी ने अभिन्न हिस्सेदारी निभाई। कार्यक्रम के अंत में मनोविज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रो. नवीन कुमार ने उपस्थित सभी वक्ताओं, शिक्षकों और छात्रों को धन्यवाद किया।
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