Thursday, 18 December 2014

पेशावर में हुई आतंकी घटना मनुष्यता विरोधी : रिहाई मंच

  • शाहनवाज आलम प्रवक्ता, रिहाई मंच09415254919
   धार्मिक और सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ खड़ा होना होगा अवाम को - मो0 शुऐब लखनऊ 18 दिसंबर 2014। पेशावर में हुई आतंकी घटना जिसमें 130 से ज्यादा स्कूली बच्चे मारे गए कि कड़े शब्दों में निंदा करते हुए रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने बच्चों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पूरी मानवता को शर्मशार करती हैं और मानव सभ्यता के बेहतर भविष्य के सपने को खंडित करती हैं। आज पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में जिस तरह धार्मिक उन्माद बढ़ रहा है वह खतरनाक है। ऐसे में अवाम को किसी भी तरह के धार्मिक और सांप्रदायिक उन्मादी राजनीति के खिलाफ खड़ा होना होगा। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के ट्वीट को मनुष्यता विरोधी और बीमार मानसिकता का उदाहरण बताया जिसमें उन्होंने भारतीय मीडिया द्वारा इस आतंकी घटना के खिलाफ शोक व्यक्त करने की निदंा की है। उन्होंने कहा कि योगी जैसे लोगों ने ऐसा कहकर साबित कर दिया है कि तालीबान और आरएसएस में कोई फर्क नहीं है। 
  आजमगढ़ रिहाई मंच के प्रभारी मसीहुद्दीन संजरी ने हाल ही में अपनी पार्टी समेत सपा में शामिल हुए एक नेता द्वारा बाराबंकी में दिए गए इस बयान को सफेद झूठ करार दिया जिसमें उन्होंने कहा है कि आतंकवाद के नाम पर कैद बिजनौर के नासिर और याकूब को सपा सरकार ने मुकदमा वापस करके रिहा कर दि है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि नासिर न्यायालय द्वारा दोषमुक्त होकर बरी हुआ है वहीं याकूब अभी भी जेल में है और उसके खिलाफ मुकदमा चल रहा है। रिहाई मंच नेता ने कहा कि इससे पहले कई बार मुलायम सिंह यादव और उनकी पार्टी लगातर इस झूठ को प्रचारित करती रही है कि उन्होंने आतंकवाद के नाम पर कैद बेगुनाहों को छोड़ दिया है और बाकी छुटभैया नेताओं द्वारा  भी अब उसी झूठ को प्रचारित करने का अभियान चलाया जा रहा है। मौलाना खालिद मुजाहिद की हत्या की सीबीआई जांच न कराने  और मामले की झूठी विवेचना कराने वाली सपा सरकार के नेता मुस्लिम समाज में इस मुद्दे पर अनभिज्ञता और सफाई देते घूम रहे हैं जबकि समाज को इंसाफ चाहिए जिसे सपा सरकार नहीं दे पा रही है। 
    रिहाई मंच नेता ने आतंकी मामलों में न्यायालय द्वारा दोषमुक्त हुए बेगुनाहों के मुआवजा व पुर्नवास की मांग को दोहराते हुए कहा कि सपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि ऐसे निर्दोषों का पुनर्वास करेगी, जिसे उसने अब तक पूरा नहीं किया। उन्होंने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने तो किसी बेगुनाह को नहीं छोड़ा पर इस सरकार के शासन के दौरान ही न्यायालय द्वारा रामपुर के जावेद, मकसूद, ताज मोहम्मद, बिजनौर के नासिर हुसैन और लखनऊ के मोहम्मद कलीम के दोषमुक्त हो जाने के बावजूद सरकार उन्हें मुआवजा व पुर्नवास देने से पीछे हट रही है। 


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