अमन आकाश
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की ओर से दिल्ली में 1 से 18 फरवरी तक आयोजित होने वाले 17 वें भारत रंग महोत्सव में दुनिया भर के 12 से अधिक देश और भारत के अधिकतर सभी राज्य भाग लेंगे । इसमें 23 भाषाओं के 82 नाटकों का मंचन होगा ।ऐसे समय में जब दुनिया तेजी से विभाजित और खंडित हो रही है, विश्व के सबसे अग्रणी थिएटर प्रशिक्षण संस्थानों में से एक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा) अपने प्रमुख थिएटर महोत्सव ‘‘भारत रंग महोत्सव’’ के माध्यम से लोगों को एकजुट होने का महत्वपूर्ण संदेश देने की कोशिश कर रहा है । इस 17 वें महोत्सव की अवधारणा और डिज़ाइन ‘टूटती सीमायें (ब्रेकिंग बॉर्डर्स’) थीम के साथ की गयी है। यह महोत्सव 1 फ़रवरी से 18 फ़रवरी 2015 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा ।
इस साल भारत रंग महोत्सव पहले की तुलना में विशाल और बेहतर होगा क्योंकि इस महोत्सव में अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी, चीन, फ्रांस, पोलैंड, स्विट्जरलैंड, नार्वे, इजरायल, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश सहित 12 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं । यह महोत्सव देश के चार शहरों - अगरतला (त्रिपुरा), जबलपुर (मध्य प्रदेश), औरंगाबाद (महाराष्ट्र) और पणजी (गोवा) में भी जायेगा, जहां नाटकों का मंचन किया जाएगा ।
एनएसडी के निदेशक वामन केंद्रे ने बताया कि भारत रंग महोत्सव में इस बार पाकिस्तान का कोई भी नाटक प्रदर्शित नहीं किया जाएगा । करीब 65 देशों से प्रविष्टियां मिलीं थीं, जिसमें पाकिस्तान के नाटक भी थे । लेकिन चयन के आधार पर खरे नहीं उतरने के कारण उनका चयन नहीं हो सका ।
युवाओं के बीच थिएटर को लोकप्रिय बनाने के लिए और थिएटर को सीखने की एक प्रक्रिया के तौर पर उपयोग करने के लिए, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने इस साल के भारत रंग महोत्सव में प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न कॉलेजों को शामिल किया है । इस महोत्सव में दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की विभिन्न थिएटर मंडलियों और रॉक बैंड को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा । इस पहल का उद्देश्य युवा पीढ़ी को थियेटर से जोड़ना है, जिससे बेहतर थिएटर प्रस्तुतियों के लिए माहौल पैदा होगा । 18 दिन के इस महोत्सव के दौरान लोक प्रस्तुति और बाल थियेटर सहित कई प्रदर्शन दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेंगे ।
प्रो. वामन केंद्रे द्वारा निर्देशित एनएसडी रेपर्टरी कंपनी का ‘गजब तेरी अदा’ इस महोत्सव का उद्घाटन प्रदर्शन होगा, जिसका मंचन कमानी सभागार में पहली फरवरी को शाम 6 बजे किया जाएगा ।
भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार) और नागर विमानन के माननीय राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा और प्रख्यात रंगमंच और फिल्म व्यक्तित्व ओम पुरी उद्घाटन समारोह में क्रमशः मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे ।
17 वें भारत रंग महोत्सव में सांस्कृतिक मनोरंजन का सम्पूर्ण पैकेज होगा जिसमें सेमिनार, साहित्यिक इंटेरैक्शन (कृष्णा सोबती के साथ इंटरफेस और मित्रो मरजानी के एक दृश्य में हिमानी शिवपुरी द्वारा अभिनय), नृत्य (बिरजू महाराज का व्याख्यान प्रदर्शन), कंपनी थियेटर संगीत (‘रंग संगीत’ पर बी जयश्री की वार्ता), दृश्य कला (रघु राय की फोटोग्राफी), प्रदर्शनियां आदि शामिल होंगी ।
पहली बार, एनएसडी थिएटर प्रेमियों, थिएटर के प्रति उत्साही और आम दर्शकों के लिए एक थिएटर बाज़ार स्थापित कर रहा है । थिएटर बाज़ार में थिएटर से संबंधित उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा ।
एक और वैश्विक पहल के तहत, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, पहली बार ‘‘टूटती सीमायें (ब्रेकिंग द बोर्डर्स)’’ विषय पर ‘विश्व रंगमंच फोरम’ का भी आयोजन कर रहा है, जिसमें दुनिया के और देश भर से आए थिएटर दिग्गज दर्शकों से बात करने के लिए एक मंच पर उपलब्ध होंगे। हाशिए की आवाज को राष्ट्रीय मंच पर उठाने के लिए ‘परिधि के बहार - नाटक बाजार’ विषय पर विभिन्न चर्चाओं और सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा । ‘मीट द डायरेक्टर्स’ के तहत दर्शकों को अंतर्मुख में 3 फरवरी से हर दिन सुबह 10 बजे से पिछले दिन के प्रदर्शनों पर निर्देशकों से बातचीत करने का मौका मिलेगा ।
17 वें भारत रंग महोत्सव के दौरान शंभू मित्रा (1915-1997) और बेगम अख्तर (1914-1974) को उनकी जन्म शताब्दी के लिए, और हाल ही में दिवंगत हुयी वीवापाणि चावला (1947-2014) को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
समापन समारोह 18 फरवरी को होगा जिसके तहत डॉ. लाईक़ी हुसैन के सहयोग से नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा देश भर से आठ आदिवासी कलाकारों के समूह - ‘‘आदिरंगम’’ के प्रदर्शन को प्रस्तुत करेगा ।
एनएसडी का पूरा परिसर अगले 18 दिनों के लिए एक महोत्सव स्थल में तब्दील हो जाएगा, जहां दर्शकों के लिए भोजन, संगीत, हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पाद उपलब्ध होंगे । महोत्सव के माहौल को उत्साहवर्द्धक बनाने के लिए एनएसडी की एक बड़ी थ्री डी (त्रिआयामी) प्रतिकृति का निर्माण किया गया है ।
ललित कला अकादमी, साहित्य अकादमी, संगीत नाटक अकादमी और अन्य सरकारी सांस्कृतिक निकाय इस महोत्सव से जुड़ने के लिए पहली बार आगे आए हैं । इस साल थिएटर प्रेमी 29 जनवरी, 2015 से नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा की वेबसाइट पर ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं । 60 फीसद टिकटों की बिक्री ऑनलाइन हो जाएगी और शेष 40 फीसद एनएसडी कैम्पस से खरीद सकते हैं । टिकटों का मूल्य 50, 100 और 200 रुपए रखा गया है ।
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