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photo by shobhit |
दिल्ली विश्वविद्यलाय के लगभग सभी
कॉलेजों में हर साल वार्षिक महोत्सव मनाए जाते हैं. इस महोत्सव के अंतर्गत
बहुत सारी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं. जिनमें दिल्ली
विश्वविद्यलाय के सभी कॉलेजों के छात्र और छात्राएं बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते
हैं. इस मौके पर 'मिले सुर' गायन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसका आरम्भ
हमारे कॉलेज के प्रोफेसर
डॉ. हरनेक सिंह गिल द्वारा किया गया. उन्होने सबसे पहले पुष्पगुच्छ भेट कर
आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। अतिथि महर्षि दयानन्द विश्वविद्यलाय
रोहतक के संगीत विभाग से थे. अन्य अतिथि गण भी संगीत शिक्षक
थे. प्रतियोगिता शुरू होने के बाद प्रतिभागी छात्र/छात्राओं ने अपने हुनर
का प्रदशर्न किया. इन प्रतियोगिताओं में शिवाजी कॉलेज, देशभन्धु
कॉलेज और केशव महाविद्यालय के छात्रों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया. सभी छात्रो
ने बहुत अच्छा
प्रदर्शन किया . कुछ छात्रो ने शास्त्रीय संगीत भी प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम देखकर यह बात तो जाहिर होती है की आज भी युवा भारतीय संस्कृति
से जुड़े हुए है.
कुछ छात्र सऑल से भी आये थे . अपनी प्रस्तुती के जरिए उन्होंने सबको हैरान
कर दिया. एक छात्र अँधे थे मगर उनकी प्रतिभा गजब की थी. उन्होंने अपने
संगीत के जादू से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. अपनी कला का प्रदर्शन कर यह
साबित किया कि
वह कितना जिन्दा दिल इंसान है.
ऐसी नाकामियां उनके जीवन में रूकावट पैदा
नहीं कर सकती. सभी प्रतियोगियों का संगीत सुनने के बाद आये हुए हमारे
अतिथि गणों ने प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय और तृतीय आए छात्र विजेताओं को
पुरस्कार वितरित
किए. और इसके साथ ही प्रतियोगिता संपन्न हुई.
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