अभिषेक
दिल्ली यूनिवर्सिटी के महाविद्यालयों में सांस्कृतिक महोत्सव का दौर शुरू हो चूका है और छात्रों का उत्साह
अपने चरम पर है. मैं यहाँ श्री गुरु नानकदेव खालसा कॉलेज के सांस्कृतिक महोत्सव 'सुरलोक' का
ज़िक्र करना चाहूँगा. यहाँ छात्रों में सांस्कृतिक महोत्सव के प्रति दीवानापन देखने को मिला. इन कार्यक्रमों में छात्र/छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. यह महोत्सव हर साल की तरह दिल्ली
यूनिवर्सिटी के विभन्न कॉलेजो से 'सुरलोक' में भाग लेने पहुचे थे. १२ फरवरी को "बेग
बोरो डील" खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमे सर्वप्रथम दोनों समूह में तालमेल होना
अति आवश्यक है, और इसमें दी गई श्रेणी के अनुसार चीज़े प्राप्त करनी होती है.
जिसके लिए समूह को बहुत परिश्रम करना पड़ता है और जो भी समूह निर्धारित समय में ज्यादा से ज्यादा चीज़े प्राप्त कर लेते हैं वे विजेता होते हैं.
इस कार्यक्रम के नियम में पहिल बात यह की प्रत्येक कॉलेज से आई हुई टीमो में दो-दो प्रत्याशी होंगे. दूसरी भाग लेने वाले समूह से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती. तीसरी बात, प्रत्येक समूह को 40 मिनट के अंतराल में अपने कार्य को पूरा करना होगा. इस कार्यक्रम में भारती विद्यापीठ, माता सुंदरी, एस.जी.एन.डी खालसा, जे.डी.एम.सी, आई.पी, महाराजा अग्रसेन, सी.वी.एस, और भगत सिंह कॉलेज की समूह ने भाग लिया. इस खेल प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार भगत सिंह कॉलेज के छात्र मनमोहन सिंह, और पलक को प्रदान किया गया. द्वितीय पुरस्कार एस.जी.एन.डी खालसा कॉलेज के मीरा और अक्षित को प्रदान किया गया. तृतीय पुरस्कार भारती विद्यापीठ कॉलेज के सागर राजपाल और राशी मित्तल को प्रदान किया गया. इस कार्यक्रम के समन्वयक सुश्री मनमीत कौर के साथ छात्र तुषार साही व् उदित जैन थें.
No comments:
Post a Comment