Sunday, 8 March 2015

पीडीपी और भाजपा के बीच समझौता रुका

राहुल शर्मा
जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से सरकार बनाने की बातचीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार 2 मार्च को जम्मू-कश्मीर गए। लेकिन पीडीपी के कार्यकर्त्ताओं ने सरकार बनाने से पहले कुछ शर्तें  रखी, जिसमे उन्होंने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरू के शव को वापस मांगा है। यह वही अफजल गुरू है जिसके ऊपर कई आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने का मामला दर्ज है। आतंकवादी संगठनों का मुखिया कहा जाने वाला अफजल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मसले को लेकर राज्य सभा में विपक्षी पार्टियों ने भी काफी हंगामा किया। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि अभी तक सरकार ने इस पर अपना बयान जारी नहीं किया है। इस बाबत पीडीपी कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि यदि जम्मू में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ है तो इसके पीछे आतंकवादियों और पाकिस्तान का बहुत बड़ा हाथ है। मुफ्ती सईद का कहना है कि कश्मीर में हम अफजल गुरू का मकबरा बनाऐंगे और उसे एक शहीद का दर्जा दिया जाएगा प्रधानमंत्री मोदी ने इस मामले पर अभी तक चुप्पी साध रखी है और पार्टी के कार्यकर्त्ता भी शांत हैं।
प्रेस कान्फ्रेंस में इस मुद्दे पर भाजपा के एक कार्यकर्त्ता ने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण होने का पूरा श्रेय भारतीय जवानों और वहाँ की जनता को जाता है। इसी मसले को लेकर कुछ विपक्षी पाटिर्यों का गलत बयान आ रहा है जिसमे उन्होंने अफजल गुरू की फाँसी को गलत करार दिया है। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन बयानों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है की इस तरह के बयानों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सख्ती से कार्यवाही होगी।
अभी सरकार बनाने को लेकर भाजपा और पीडीपी में अड़चनें आ रही हैं। राज्य सभा के कार्यकाल के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मसले पर विचार विमर्श करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। मंगलवार को राज्य सभा के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम ऐसी पार्टी के साथ कतई समझौता नहीं करेंगे जो देश के विरुद्ध हो।

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