Wednesday, 19 August 2015

लाल किले की प्राचीर से

रोहित राय 
69वें स्वतंत्रता दिवस की सुबह रेड कारपेट पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले पर ध्वजारोहण के लिए आगे बढ़ रहे थे, सामने का नजारा बहुत ही उत्साहपूर्ण था, ध्वजारोहण के समय पूरे लाल किले का आसमान तालियों की गड़गगड़ाहट से गूँज उठा, तदुपरान्त बैंड से निकली वो रास्ट्रगान की धुन हमारे देश को और भी गौरवान्वित कर रही थी, लालकिले के सामने स्थित जैन मंदिर, शीशगंज गुरुद्वारा, जामामस्जिद, मानो सर्वधर्म समभाव का एहसास करा रहे हों. अब बारी थी प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की जिसका पूरे देश को बेसब्री से इंतज़ार था, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुवात सवा सौ करोड़ देश वासियों से की, उन्होंने कहा कि15अगस्त की यह सुबह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की सुबह है, सवा सौ करोड़ देश वासियों के सपनों व संकल्प की सुबह है. उन्होंने ने भारत की विशालता, सरलता, एकता, विविधता को भारत की विशालकाय पूँजी और शक्ति बताया. उन्होंने जातिवाद, सम्प्रदायवाद को समाज का जहर बताते हुए समाज से इसकी प्रासंगिकता को नष्ट करने बात कही, उन्होंने सामाजिक विकास पर बल दिया, उन्होंने कहा कि भारत की एकता अखण्डता बिखरी तो भारत के भविष्य के सपने टूट जायेंगे. उन्होंने सरकार में mygov.in व जन-धन योजना जैसे कार्यकर्मो में जन भागीदारी की तारीफ की, प्रधानमंत्री ने कहा कि योजनाएं गरीबो के लिए हैं और गरीबों के काम आये. उन्होंने अपनी सरकार की तारीफ़ करते हुए कहा कि "करेंगे, करतें हैं, सोचते हैं, देखते हैं" हमने ऐसा नहीं कहा था हमनें समय सीमा में काम पूरा किया. उन्होंने अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, दुर्घटना बीमा योजना जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा की कौन सी ऐसी सरकार होगी जो योजनाएं नहीं बनाती होगी और फीते नहीं काटती होगी, पर महत्वपूर्ण यह है की ये योजनायें ग़रीब से ग़रीब जनता तक पहुचें. उन्होनें प्रधानमंत्री जन-धन योजना का जिक्र करते हुए कहा की इस योजना के तहत 17करोड़ से भी ज्यादा खाते खोले गये, जिसमे 20700 करोड़ रुपयें जमा हुए ,उन्होंने कहा कि "गरीबों की अमीरी को शत-शत नमन्", और कहा कि हमारा उद्देश्य विकास के इस पिरामिड को मजबूत करना व गरीब, शोसित, पीड़ित, दलित वर्ग को भी विकास के इस पिरामिड से जोड़ना है. उन्होंने महात्मा गाँधी के 150वीं जयंती 2019 तक स्वच्छ भारत के सपने का भी जिक्र किया. उन्होंने अपने वकतव्य में 125करोड़ भारत वासियों को टीम इंडिया बताया. उन्होंने मजदूरों को स्पेशल पहचान पत्र देने की बात कही जिससे मजदूर के एक जगह से दूसरी जगह काम करने पर भी उनके हक़ का भुगतान उन्हें मिल सके. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष के उपर भी तंज कसे, उन्होंने कहा की हर चीज में कानून बनाना फैशन हो गया है बीमार व्यक्ति भी दूसरों को स्वथ्य रहने का सलाह देते हैं. उन्होंने 44 कानूनों को 4आचार संहिताओं में समेटने की बात का भी जिक्र किया. उन्होंने भ्रस्टाचार को दीमक बताया और कहा की ये दीमक पूरे देश को अन्दर ही अन्दर खोखला कर रहा है, उन्होंने कहा की कैश सब्सिडी योजना
से 15000करोड़ की गैस सब्सिडी बचाने की बात कही, उन्होंने कहा की कैश सब्सिडी योजना से कालाबाजारी कम हुई और दलालों की दुकाने बंद हुई, उन्होंने इन कामों को भ्रस्टाचार के खिलाफ़ लड़ाई के उदाहरण के तौर पर बताया. उन्होंने उन 20 लाख लोगों की तारीफ़ की जिन्होंने स्वत: गैस सब्सिडी छोड़ दी. उन्होंने विपक्ष पर कुछ हास्य व्यंग भी बोले उन्होंने कहा कि अगर मैं कोयले की बात करूँगा तो सभी पोलिटिकल पंडित इसे राजनीति से तौलेंगे. उन्होंने कहा की कोयले की नीलामी से 3 लाख करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ, उन्होंने एफम रेडियो की नीलामी से 80-85 शहरों से एक हज़ार करोड़ का राजस्व मिलने की बात कही. उन्होंने कहा कि सब कामो में पारदर्शिता जरूरी है. उन्होंने कहा दावा किया कि 15महीने में एक पैसे का भ्रस्टाचार का आरोप उनकी सरकार पर नहीं लगा. भ्रस्टाचार मुक्त भारत के सपने को साकार कर के रहूँगा. उन्होंने काले धन पर कहा की हमने कालेधान पर जी-20 सम्मेलन में कालेधान के खिलाफ़ प्रस्ताव पारित करने की बात कही, उन्होंने कहा की हम महंगाई को 3 से 4% तक कम करने में कामयाब रहे. उन्होंने कहा कि किसानो को सबसे ज्यादा मुआवजा हमारी सरकार ने दिए, 50% के बजाय 30% नुक्सान पर भी मुआवजा दिया गया. उन्होंने कृषि मंत्रालय को किसान कल्याण मंत्रालय का नाम देने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि 18500 गाँव ऐसे हैं जहाँ बिजली का तार नहीं पहुँचा है , उन्होंने इन गाँवो में 1000दिनों में बिजली पहुँचाने का वादा भी किया. उन्होंने अदिवासी छेत्रों के विकास के लिए हर साल 6000करोड़ रूपये देने की बात कही. उन्होंने 1.25लाख बैंकों के सहयोग से स्टार्ट अप इंडिया-स्टैंड अप इंडिया योजना लागू करने की बात कही. उन्होंने छोटी नौकरियों से इंटरव्यू बंद करने पर भी बल दिया. उन्होंने वन रैंक वन पेंशन लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, उन्होंने कहा की ओ.आर.ओ.पी. से  बात अंतिम दौर में है. उन्होंने कहा कि हर किसी का विकास सामान हो. 2022तक स्वाभिमानी भारत श्रेष्ट भारत बनाने के संकल्प के साथ और फिर रास्ट्रगान के धुंनो के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ.

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