लोकजन स्वर
युवा कलम - युवा स्वर
Friday, 25 September 2015
कुत्ते
🙊दीपक
कुत्ते कुत्तों में कलाएँ होती थी
लड़ते रहने और साथ रहते रहने की
छीनने-झपटने
छेड़ने-छाड़ने
अवैध संबंध बनाने की
वाफादारी की
चौकीदारी की
पर, कुत्ते कभी कुत्तों के
हत्यारे नहीं होते।
अब,वे होने लगे हैं।
मुझे शर्म है-
मैं 'कुत्ते का बच्चा' हूँ।
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