Tuesday, 29 December 2015

सामाजिक कार्यकर्त्ता बी.डी. शर्मा को श्रधांजलि.


रंजन सिंह
नई दिल्ली,गांधी शांति प्रतिष्ठान में पिछले दिनों भारत जन-आंदोलन के संस्थापक, अध्यक्ष एंव समाजसेवी डॉ ब्रहमदेव शर्मा की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. सभा का आयोजन सहयोग पुस्तक ट्रस्ट ने किया. गौरतलब है कि दिनांक 06 दिसंबर 2015 को उनका अपने निवास स्थान ग्वालियर में ह्रदयघात से निधन हो गया. उनके विचारों के अंतिम दर्शन हेतु जनांदोलनों के उनके साथी, वरिष्ठ कलमकार तथा कैमूर जिले के आदिवासियों समेत ट्रस्ट से जुड़े सदस्य भी सभा में मौजूद थे. रामशरण जोशी, के.पी सक्सेना, मेधा पाटकर एंव अन्य समाजसेवियों ने डॉ शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रख्यात समजवादी नेता व सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.सुनिलम ने बताया कि एनएपीएम की आखिरी कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा था कि जब तक समाज में शराबबंदी नहीं होगी तब तक इस देश का विकास संभव नहीं है. चक्रवर्ती ब्याज से किसानों को छुटकारा दिलाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही. हमारे गांव में हमारा राज के वाहक डॉ.शर्मा ने आदिवासियों के लिए कई सरकारी नीतियों के निर्धारण में अहम भूमिका निभाई जिसमें आदिवासी उपयोजना, पेसा कानून 1996 एंव वनाधिकार कानून 2006 उल्लेखनीय हैं. वनाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में निशांत संस्था के शम्सुल इस्लाम ने गीत गा कर उनको याद किया.नर्मदा बचाओ आंदोलन की संस्थापिका मेधा पाटकर उनकी सादगी स्वावलंबन तथा समाज में मौजूद गैरबराबरी के विरूद्ध उनके क्रांतिकारी आंदोलन की सराहना करते समय भावुक हो उठीं. सभा की अध्यक्षता जानेमाने वरिष्ठ पत्रकार व लेखक रामशरण जोशी ने किया.इस सभा का समापन मधुरेश जी के धन्यवाद ज्ञापन से किया गया.

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