Wednesday, 8 June 2016

कहानियां या छहानियां

प्रिय दर्शन 
दो-तीन साल पहले जब मैं साहित्यिक विधाओं पर सोशल मीडिया के असर को लेकर एक लेख लिख रहा था तब 140 मात्राओं वाली ट्विटर कहानियों ने हैरान किया। उसी लेख के सिलसिले में छह शब्दों की वह बहुत मार्मिक कहानी देखी जिसके लेखक अर्नेस्ट हेमिंग्वे बताए जाते हैं- For Sale, Baby shoes, Never Worn.
तीन दिन पहले कहीं फिर छह शब्दों की कहानी देखी और एक रौ में कई चीज़ें लिखीं। यह समझता हूं कि ये कहानियां नहीं हैं, इनका कोई बहुत महत्त्वाकांक्षी उद्देश्य भी नहीं है, लेकिन कभी-कभी विधाओं में तोड़़फो़ड या लेखकी के साथ खेल का अपना सुख होता है। ट्विटर पर चल रहे इस खेल की साक्षी एक मित्र ने कहा, इसे फेसबुक पर भी आना चाहिए। तो इसी खेल से जनमी छह शब्दों की कुछ कहानियां- या छहानियां।
कहानी होती, संवार लेते, ज़िंदगी थी। ‪#‎sixwordstory‬
वह अदृश्य स्त्री- मरी तो दिखी। #sixwordstory
बेटे ने सीखा, मां भूली चलना #sixwordstory
वह चुप रहा, चुप्पी बोलती रही। #sixwordstory
चलने से बनी पगडंडी, खुला रास्ता। #sixwordstory
वह कई साल मरता रहा- बेखबर। #sixwordstory
दुख की पोटली में भी सुख! #sixwordstory
सम्मोहन था, हिचक थी, प्रेम था #sixwordstory
यह कौन है- शोकवस्त्र पहने घूमता? #sixwordstory
रोटी थी, नमक था, स्वाद था #sixwordstory
घर छूटा नहीं, साथ चलता रहा #sixwordstory
गलती की, सुधारी, मगर कौन देखता? #sixwordstory
कुछ कहूं?
नहीं।
बात होती रही। #sixwordstory
दीवार टूटती तो घर बन पाता। #sixwordstory
हत्यारे रोते थे, क्यों इतनी हत्या? #sixwordstory
त्यारे खुश हैं- सत्ता तो मिली। #sixwordstory
तुम तब आओगे, जब चला जाऊंगा। #sixwordstory
पतंग उड़ी, कटी। सोगवार हुआ आसमान। #sixwordstory
रोता नहीं हूं, कह, रो पड़ा। #sixwordstory
घड़ा भर दुख, एक चुल्लू जीवन। #sixwordstory
वह साथ था, मगर कहां था? #sixwordstory
सोचा, रो पड़े, काश न सोचते #sixwordstory
मौत पीछे थी, भागा मगर बेकार। #sixwordstory
प्रेम था, ये भ्रम था, टूटा। #sixwordstory
(प्रिय दर्शन जी के फेसबुक वाल से साभार )

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