Monday, 17 April 2017

रीमेक फ़िल्मों का समय

तपन
फिल्म निर्देशक नीरज पांडेय के निर्देशन में बनी फिल्म 'अ वेड्नेसडे' (2008) काफी रोचक फिल्म है।  इस फिल्म में मुख्य किरदार नसरूदीन शाह का है जो एक आम आदमी की भूमिका निभा रहे हैं साथ ही अनुपम खेर एक काबिल पुलिस अफसर के रूप में दिखाई दिये। यह  बहुत ही प्रभावशाली एवम सस्पेंस से भरी फिल्म है। नसीरूद्दीन शाह ने पहले भी कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया है। उनकी यादगार फिल्मों को जब याद किया जाएगा तो उसमें ‘ए वेडनेसडे’ का नाम भी जरूर शामिल होगा। फिल्म के आखिर में वे आम आदमी की बात करते हैं। नाच, गानों के बिना बनी पूरी डेढ़ घंटे की फिल्म आपको बाँध कर रखती है।

इस फिल्म को निर्देशक की सर्वश्रेठ फिल्म का इंदिरा गाँधी पुरस्कार मिला और फिल्म ने 56 राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते। सिर्फ अवार्ड ही नही फिल्म से प्रेरित होकर हॉलीवुड में इस फिल्म का निर्देशन 'ए कॉमन मैन' के नाम से किया गया है। बॉलीवुड में अक्सर ही हॉलीवुड फिल्मों के रीमेक बनते रहते हैं पर शायद ही कुछ लोग इस बात से वाकिफ हैं कि 'अ कॉमन मैन', 'अ वेडनेसडे' से प्रेरित है।
हालांकि ये बात गौर फरमाने वाली है कि 'अ कॉमन मैन' को दर्शकों के बीच ज्यादा पसंद किया गया। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता जैसे पुरस्कार मेरिड अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में मिले। साथ ही साथ 117 स्वर्ण, 145 रजत, 104 कांस्य मेडल 'अंतरराष्ट्रीय टेलीविजन फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजा गया।
दोनों फिल्मों की एक जैसी स्टोरी होने के बावजूद 'अ कॉमन मैन' दर्शकों ने ज्यादा पसंद किया इसका कारण शायद यह है कि 'अ कॉमन मन' में बेन किंग्सले ने अपनी अभिनय की कला का बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और फिल्म का अंत अलग था। मेरे हिसाब से 'अ कॉमन मैन' का अंत ज्यादा मज़ेदार था इसलिए लोगों को वो ज्यादा पसंद आई ।

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