Monday, 1 May 2017

सोशल मीडिया के फायदे और नुकशान

प्रदीप शाह 
आज हमें मीडिया का एक नया स्वरूप सोशल मीडिया के रूप में देखने को मिला है। इस मीडिया में कोई भी व्यक्ति अपनी बातों को दुनिया के कोने-कोने तक पहुँच सकता है वो भी बिना किसी रोक टोक के। आज सोशल मीडिया ने लोगों की आवाज़ को बुलंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोशल मीडिया के जरिए हर व्यक्ति अपनी बात को बेबाकी से प्रस्तुत करने में पहले से ज्यादा समर्थ हो गया हैं। पहले अपनी बात आसानी से कहने का मंच नहीं था लेकिन सोशल मीडिया ने एक मंच उपलब्ध कराया है जहाँ सब अपने विचारों को रखने के लिये आजाद हैं और अधिकतम लोगों तक उनकी बात पहुँचती भी है । आज के समय में हर राजनीतिक पार्टियाँ सोशल मीडिया का प्रयोग प्रचार-प्रसार के लिए अधिक से अधिक करती हैं।
सोशल मीडिया आज एक ऐसा जरिया बन गया है कि लोग इससे अपना व्यवसाय चलाने के लिए भी प्रयोग करते हैं। इस मीडिया ने आज भारत को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों  को कई ऐसे प्लेटफॉर्म फेसबुक, व्हाट्सएप्प, इंस्टाग्राम और ट्विटर दिया है जिससे आज हर व्यक्ति को पहले से ज्यादा अपनी बात को रखने की आजादी मिल गई हैं।
लेकिन आज के समय में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सोशल मीडिया का गलत प्रयोग करते हैं। वर्तमान में टेक्नॉलजी के जहाँ बहुत फायदे हैं वहीं कई नुकसान भी हैं जैसे कि लोग सोशल मीडिया के जरिए लोगों  से ठगी, ब्लैकमेलिंग, चोरी आदि क्राइम घर बैठे कर देते हैं और किसी को इस बात की खबर भी नहीं होती है।
इसी के साथ-साथ सोशल मीडिया के लोगों का काम मिनटों में करके उनका  समय भी बचाता है। दुनिया के साथ-साथ भारत में सोशल मीडिया के आने से क्रांति सी आ गई हैं। लेकिन हमें सोशल मीडिया के ऐसे खतरों से सावधान रहना पड़ेगा। बेशक लब आजाद हैं मेरे और विशाल मंच भी  है लेकिन मेरी भाषा किसी की धार्मिक भावनाओं अथवा राजनीतिक मुद्दों पर हिंसा को बढावा न दे इसका भी ध्यान रखना चाहिये। कॉपीराइट की बढ़ती घटनाओं से बचना चाहिये। सूचना, समाचार आदान-प्रदान के लिये हम सोशल मीडिया का प्रयोग करें और समय की बचत करें। इसको आदत न बनने दें।

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