अनुज कुमार
आप सभी जानते ही हैं कि दिल्ली में दिन-प्रतिदिन वायु प्रदूषण बहुत तेज़ी से बढ़ता ही जा रहा है। आज हर तीसरा व्यक्ति अस्थमा, टी बी जैसी घातक बीमारियों से ग्रस्त है और प्रदूषण की वजह से मरीजों की संख्या बढती ही जा रही है। चिंता का विषय यह है कि इन बीमारियों की चपेट में सबसे ज़्यादा आज का युवा है। प्रदूषण बढ़ने की सबसे बड़ी वजह वाहनों की बढ़ती संख्या, प्लास्टिक बैग्स को जलाने से हवा में फैलता प्रदूषण, फैक्ट्री से निकला जहरीला धुआं आदि है। सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए वैज्ञानिकों के द्वारा बनाई गई मशीन को खरीदा है। इस मशीन का नाम एंटी स्माग गन है और इसका इस्तेमाल दिल्ली में इस वर्ष किया भी जा चुका है। इस एंटी स्माग गन को आसानी से प्रयोग में लाया जा सकता है इसके इस्तेमाल से स्मोग कम करने में मदद मिली है इससे लोगों को कुछ हद तक बीमारियों से निजात मिल पाएगी। स्मोग गन को उपयोग करना आसान है इसे ट्रक पर रख कर पूरे शहर में घुमाते हुए पानी का छिड़काव किया जाता है। स्मोग गन बनाने वाली कंपनी के सी.ई.ओ ने कहा कि इससे 100 मीटर के दायरे में धूल की समस्या से पूरी तरह निजात मिलती है।
नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी ने दिल्ली सरकार से प्रदूषण से निपटने के लिए मजबूत कदम उठाने को कहा और मैकेनिकल इजीनियर सुशांत सैनी ने यह भी कहा इस मशीन की सहायता से पर्यावरण में पीएम (2.5) की मात्रा को 90 फीसदी तक कम किया जा सकता है। दिल्ली में इसका उपयोग करने के बाद सच में काफी राहत पहुँची है। चीन ने भी स्मोग गन का इस्तेमाल 2016 में किया था जब वहां बहुत ज्यादा प्रदूषण बढ़ गया था। तब एंटी स्मोग गन का इस्तेमाल किया गया था। यह गन 200 फीट तक पानी का छिडकाव कर सकती है।
इसकी प्रक्रिया कुछ ऐसी है कि जब छिड़काव होता है तो हवा में उपस्थित धूल कणों के ऊपर पानी पड़ने से भारी होकर यह नीचे जमीन पर आ जाते हैं। इस प्रकार वायुमंडल से कई गुना धूल कण कम हो जाते हैं। इसलिए बढते प्रदूषण को रोकने का यह सही उपाय है।
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