ज्योति सैनी
डॉ भीम राव अम्बेडकर कॉलेज में हिन्दी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता विषय पर नवागंतुकों के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर डीडी न्यूज़ के एंकर अशोक श्रीवास्तव, बीबीसी की वरिष्ठ पत्रकार सुशीला सिंह, आजतक न्यूज की सहायक संपादक हिमानी दीवान उपस्थित रहीं।
सुशीला सिंह ने बताया कि कैसे एआई हमारे जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। यह कोई नई चीज नहीं है।जोकि हमें बतायी जा रही है। इसकी परिकल्पना एमसी कार्थी ने 1950 के दशक में ही कर दी थी। इसको हमें ज्ञानार्जन के लिए इस्तेमाल करनी चाहिए।
हिमानी दीवान ने कहा कि आपको इस तकनीक पर ज्यादा निर्भर नहीं होना चाहिए। क्योंकि इसमें गलत जानकारी भी डाले जा सकते हैं। यह मानवों द्वारा संचालित हो रहा है। इसलिए इसका प्रयोग भ्रामक सामग्री का प्रचार प्रसार के लिए भी हो सकता है।
अशोक श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि यदि किसी को भी पत्रकारिता में भविष्य बनाना है तो उसे भाषायी ज्ञान होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह पत्रकारिता के विद्यार्थी नहीं रहे हैं। इसके बावजूद भाषा पर पकड़ के कारण ही उनको यह मुकाम हासिल हो पाया है।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुई। अतिथियों का स्वागत किया गया। मंच संचालन डॉ राकेश कुमार ने किया। आभार प्रति ज्ञापन प्रो चित्रा रानी ने किया। कार्यक्रम में प्रो बिजेंदर कुमार, प्रो शशि रानी, डॉ राकेश कुमार, डॉ सुभाष गौतम, डॉ रंजीत, प्रो रामप्रकाश द्विवेदी, प्रो ममता आदि के साथ भारी मात्रा में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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