प्रेम कुमार
नई दिल्ली, 12 नवम्बर। हिंदी भवन नई दिल्ली में आचार्य कृपलानी स्मृति व्याख्यान -2025 का आयोजन किया गया। आपातकाल में आचार्य जे बी कृपलानी विषय पर व्याख्यान देने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व संसद श्री के. सी त्यागी मौजुद रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद्मभूषण श्री रामबहादुर राय ने की।
बतौर मुख्य अतिथि के. सी. त्यागी ने कहा कि आपातकाल लगाने वाली सरकार को जय प्रकाश नारायण अवैधानिक मानते थे । समाजवादी गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस से जुड़े रहे थे, लेकिन बाद में अकारण ही कांग्रेस पार्टी से निकल गए। आपातकाल किसी तंत्र के लिए नहीं लगाया गया, बल्कि एक परिवार का आपसी हित साधने के लिए लगाया गया। जेपी, लोहिया और गांधीजी ये तीनों नेपाल के राजशाही के सख़्त खिलाफ थे। गांधीजी कहते थे नेहरू ठीक उसके उल्टा ठीक उसका उल्टा करते थे. नेहरू कहने को तो गांधीवादी थे लेकिन उनके एक भी वजोसूल को नहीं मानते थे। कांग्रेस के शासनकाल में देश में प्रचंड भूखमारी थी। देश में कृषि उत्पादन ठप्प पड़ने लगे थे।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में रामबहादुर राय ने कहा कि कृपलानी जी ने आखिरी समय में माई टाइम्स नाम से अपनी स्मृति लिखवाई। जिसका प्रकाशन आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट ने हिंदी में तीन खंडों में प्रकाशित किया है, लेकिन आपातकाल के समय उनकी भूमिका क्या थी यह पूरे पुस्तक में ठीक से.उपलब्ध नहीं है। आपातकाल के दौरान यदि कोई सत्याग्रह करता पकड़ा गया तो वे इकलौते व्यक्ति आचार्य कृपलानी थे।
कार्यक्रम में आईटीएम यूनिवर्सिटी (ग्वालियर) के संस्थापक श्री रमाशंकर सिंह व बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके भजनों के साथ किया गया। मुखिया मुख्य अतिथि अतिथि का स्वागत ट्रस्टी संदीप जोशी ने किया। कार्यक्रम का संचालन प्रबंध न्यासी अभय प्रताप ने किया जब कि सभी आये हुए अतिथियों के प्रति आभार सुरेंद्र कुमार ने प्रकट किया।

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