Wednesday, 20 November 2024

दिल्ली भाजपा की मैनिफेसटो समिति की बैठकें सम्पन्न


नई दिल्ली 18 नवम्बर : दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी दिल्ली भाजपा की मैनिफेसटो समिति की पहली बैठक संयोजक सांसद श्री रामवीर सिंह बिधूडी के निवास पर सम्पन्न हुई जिसमे राष्ट्रीय महामंत्री श्री दुष्यंत गौतम ने अपना मार्गदर्शन एवं विभिन्न प्रभार राज्यों का मैनिफेसटो अनुभव सांझा किया।

तीन घंटे से अधिक चली बैठक में मैनिफेसटो समिति सदस्यों डा. हर्षवर्धन, श्री विजय गोयल, सरदार अरविंदर सिंह लवली, श्री सतीश उपाध्याय, श्रीमति मीनाक्षी लेखी, श्री प्रवेश साहिब सिंह, श्री अजय महावर, श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्री राजकुमार फुलवारिया, सुश्री नीतू डबास एवं श्री अभिषेक टंडन ने समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े मुद्दे रखे और सभी ने उन पर चर्चा कर मुद्दों की शार्ट लिस्टिंग का कार्य शुरू किया।

श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है की आज दिल्ली के लोग बहुत उम्मीद से भाजपा की ओर देख रहे हैं और हमारा मैनिफेसटो सभी वर्गों से जुड़ा होगा और हम शीघ्र अपनी विस्तृत मैनिफेसटो निर्माण योजना एक पत्रकार सम्मेलन में घोषित करेंगे।

दिल्ली भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर नियमित हमले करने के लिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता के संयोजन में समिति गठित की है जिसकी भी आज प्रथम बैठक हुई जिसमा दिल्ली भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी श्री बैजयंत पांडा ने समिति के लिए दिशानिर्देश सभी उपस्थित सदस्यों को समझाये।

बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव संचालन समिति संयोजक श्री हर्ष मल्होत्रा, सह संयोजक श्री दुष्यंत गौतम, राष्ट्रीय मंत्री श्री मंजिनद्र सिंह सिरसा, पूर्व सांसद श्री रमेश बिधूड़ी, प्रदेश मंत्री श्री हरिश खुराना और अन्य सदस्य सम्मिलित हुए।

पांचवें विश्व पर्यावरण समिट 2024' का हुआ समापन


दिल्ली, 18 नवंबर। 16 नवंबर सोमवार से 18 नवंबर तक हो रहे एनवायरमेंट एंड सोशल डेवलपमेंट एसोसिएशन, डॉ भीम राव अम्बेडकर कॉलेज और हंसराज कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में 5वें विश्व पर्यावरण  शिखर सम्मेलन 2024 का व्यापक समापन कार्यक्रम हंसराज कॉलेज के सम्मेलन कक्ष में संपन्न हुआ ।

कार्यक्रम के तीसरे दिन आईसीएमआर की कार्यशाला, ओरल पेपर प्रेजेंटेशन के साथ अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया। आखिरी दिन बायोमेडिकल के क्षेत्र में शोध के लिए  कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ कविता खटाना ने कोरोना के अनुभव को लेकर नई दवाओं को बनाने की विधि को साझा किया।  पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट और  शोधकर्ता डॉ कमल सिंह ने श्वसन से जुड़ी समस्याओं पर प्रकाश डाला और अस्थमा पर अपनी  शोध को प्रस्तुत करते हुए सांस के रोगों का समाधान भी दिया।

ओरल पेपर प्रेजेंटेशन में  अलग-अलग विषयों पर  शोध पत्रों  को प्रस्तुत किया। कुल 15 टीमों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए जिसमें तीन को पुरस्कृत किया गया ।प्रथम पुरस्कार डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज के प्रतिभागियों के पक्ष में रहा, दूसरा और तीसरापुरस्कार हंसराज कॉलेज के नाम रहे। 

कार्यक्रम के समापन सत्र में डॉ भीम राव अंबेडकर कॉलेज के प्राचार्य प्रो सदानंद प्रसाद ने समिट की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मे.ज. डॉ श्री पाल(रिट)  ने दिल्ली की हवा को जानलेवा बताकर उसके समाधान के उपाय को साझा किया और बैंकरमैन टेक्नोलॉजी को देश की टेक्नोलॉजी बताया। हंसराज कॉलेज प्राचार्य प्रो रमा  को ईएसडीए के सर्वोच्च सम्मान से अकादमी के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।संपूर्ण कार्यक्रम के संचालक व  प्रबंध सचिव के रूप में ईएसडीए के महासचिव डॉ जितेन्द्र कुमार नागर ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी का धन्यवाद किया। अंत में  ग्रुप फोटो और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

(सौभाग्य,अजय शर्मा, हरिओम गुर्जर)

तापमान बढ़ने से समुद्री प्रजातियां खतरे में : मालदीव मंत्री


नई दिल्ली 17 नवंबर। पांचवें विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मालदीव के राज्य मंत्री डॉ अमज़थ अहमद ने बताया कि समुद्र मालदीव की जीवन रेखा है, परंतु वैश्विक तपन के कारण समुद्र का ताप बढ़ रहा है। जिसके कारण समुद्री प्रजातियाँ पलायन कर रही हैं।

तीन दिवसीय "पांचवें विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन" के दूसरे दिन का आयोजन एनवायरनमेंट एंड सोशल डेवलपमेंट एसोसिएशन , डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज एवं हंसराज कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में देश भर से आए 110 शोधार्थियों, बुद्धिजीवियों और शिक्षकों ने समिट के दूसरे दिन पर्यावरण के विविध पहलुओं पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। समिट में उत्कृष्ट शोधपत्रों को पुरस्कृत किया गया। पर्यावरण और विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्ध जनों ने युवाओं को विभिन्न विषयों पर जानकारी देते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित भी किया।

कार्यक्रम में डॉ जितेंद्र कुमार नागर , मालदीव के राज्य मंत्री अमज़थ अहमद, हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के सामाजिक शास्त्र विद्यालय के डीन डा संजीव सिंह, अमेटी यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो पीबी शर्मा, प्रो राज कुमार और डा गीतांजलि संगीना उपस्थित रहे।

पर्यावरण संरक्षण में महती भूमिका निभाने वाले अनुभवी वक्ताओं ने पर्यावरण को लेकर चिंता जताई । डॉ रिचिक बंदोपाध्याय ने बताया कि भारत कृषि प्रधान देश है, आज समय का तकाजा है कि सौर ऊर्जा के प्रयोग से कृषि की जानी चाहिए जिससे सतत पोषणीय विकास को बढ़ावा मिले। डॉ संजीत सिंह ने हिमाचल प्रदेश में हुए भूस्खलन के बारे में बताया और प्रदूषण के दुष्प्रभाव से हुए पलायन पर अपने विचार रखे। युवाओं को भविष्य के अवसरों के बारे में बताते हुए आईसीएमआर की वैज्ञानिक डॉ गीतांजलि संगीना ने कई प्रकार की फेलोशिप से अवगत कराया। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो पी बी शर्मा ने कहा कि कभी भारत में गंगा, यमुना का जल अमृत और वायु प्राण वायु थी, परंतु आज वायु ‘किलर वायु’ हो गई है। उन्होंने सुझाव दिया कि कार पूल करने वालों को टोल टैक्स में छूट के साथ फास्ट लेन में चलने की अनुमति मिले। प्रो राज कुमार ने हृदय और फेफड़ों पर प्रदूषण के प्रभाव को बताते हुए प्रदूषण के खतरों से सचेत किया। ईएसडीए के अध्यक्ष मे.ज.(रिट) श्री पाल ने कई प्रकार की तकनीकों से अवगत कराया जिसके प्रयोग से प्रदूषण से बचा जा सकता है। रॉबिन सरकार ने निपुण भारत प्रोग्राम के तहत ‘शिक्षा इनिसिएटीव’ में हो रही  गतिविधियों से अवगत कराया जिसमें नागरिकों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा दिया जाना, जेल में कैदियों को शिक्षा और बच्चों को पर्यावरण संबंधी शिक्षा देना शामिल है।

(सक्षम और सौभाग्य)

दिल्ली में पर्यावरण शिखर सम्मेलन का आयोजन


नई दिल्ली, 16 नवंबर। 16 से 18 नवंबर तक चलने वाले पांचवें विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन का एनवायरमेंट एंड सोशल डेवलपमेंट एसोसिएशन एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एन डी एम सी कन्वेंशन सेंटर में शुभारंभ किया गया।

समिट के पहले दिन कई पर्यावरण विदों , वैज्ञानिकों और कार्यकताओं ने पर्यावरण संरक्षण, संस्कृति व कृषि पर अपने  विचार व्यक्त किए।पर्यावरण के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान करने के क्रम में वक्ताओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

पर्यावरण वैश्विक समिट में  कृषि एवं कल्याण राज्य मंत्री  रामनाथ ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। सम्मानित अतिथियों में मालदीव के मत्स्य पालन और महासागर संसाधन राज्य मंत्री डॉ अमज़थ अहमद, पद्म श्री राजा लक्ष्मण सिंह भी उपस्थित रहें ।

कार्यक्रम में डा भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय के प्राचार्य  प्रो. सदा नन्द प्रसाद  सहित ईएसडीए के अध्यक्ष मेजर जनरल डॉ श्री पाल और मुख्य वक्ता  पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी सहित अन्य अतिथियों ने अपने अनुभवों को साझा किया।

मुख्य अतिथि राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने युवाओं को पर्यावरण के प्रति सजग करते हुए कहा कि 1952 से आज तक कई सम्मेलन हुए जिनमें विविध विचार आए, परंतु उन पर अब तक अमल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि भाषण होते हैं, विचार आते हैं, लेकिन उन विचारों पर चलना आवश्यक है। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि लोग आस पास के गांवों में जाएं व किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करें।

पद्म भूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने रामनाथ ठाकुर के वक्तव्य को बढ़ाते हुए कहा कि न्यूयॉर्क से नई दिल्ली तक हवा बदल गई है। प्राण वायु ही आज प्राण निगल रही है। ईएसडीए के अध्यक्ष मेजर जनरल डॉ श्री पाल ने वैज्ञानिकों के पक्ष का प्रतिनिधित्व करते हुए कई वैज्ञानिक तथ्यों को रखा। उन्होंने बताया कि घर के अंदर की हवा बाहर की हवा से चार गुना अधिक प्रदूषित होती है। उन्होंने बताया कि ऐसी तकनीक का इजाद किया गया है, जिसके उपयोग से प्रदूषक तत्वों को जैविक खाद में बदला जा सकता है।

मालदीव के राज्य मंत्री डॉ अमज़थ अहमद ने भी युवाओं को पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दिया। उन्होंने बताया कि प्रदूषण मालदीव की जीविका को प्रभावित करता है। राजा लक्ष्मण ने संबोधन में कहा कि हम मजदूर नहीं इस देश के कर्णधार हैं तथा हमें इस धरती का संरक्षण करना चाहिए क्योंकि यही हमारी जननी है और यह हमारा कर्तव्य भी होना चाहिए। ज्ञानेंद्र राघव ने पर्यावरण बचाने के उपाय सुझाते हुए युवाओं का मार्गदर्शन किया। जल, जंगल और जमीन को बचाने का सन्देश दिया। अंबेडकर कॉलेज के प्राचार्य प्रो सदानंद प्रसाद ने कहा कि हमारे जीवन का आधार ही पर्यावरण है। जिसके दूषित होने से कई तरह की नई बीमारियों का जन्म हो रहा है।

कार्यक्रम के संचालक व  प्रबंध सचिव के रूप में ईएसडीए के महासचिव डॉ जितेन्द्र कुमार नागर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ दिलजीत कौर ने किया। धन्यवाद हंसराज कॉलेज की उपप्राचार्या प्रो विजय रानी राजपाल ने किया। (सक्षम, सौभाग्य, हरिओम)

Sunday, 17 November 2024

जेएनयू में अभाविप ने मनाया जनजातीय गौरव दिवस


नई दिल्ली, 16 नवंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) जेएनयू इकाई ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया। यह कार्यक्रम जेएनयू के साबरमती ढाबा पर आयोजित किया गया, जिसमें समाज और इतिहास के विविध पहलुओं पर चर्चा की गई।  

इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध विद्वान प्रोफेसर हिमांशु रॉय और प्रोफेसर अदिति नारायणी ने भाग लिया। दोनों वक्ताओं ने जनजातीय समुदायों के इतिहास, उनकी संस्कृति, और भारतीय समाज में उनके योगदान पर गहन विचार साझा किए।  

प्रोफेसर हिमांशु रॉय ने अपने संबोधन में कहा की भारत की जनजातीय परंपराएं हमारे देश की सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करती हैं। यह दिवस हमें उनकी पहचान, संघर्ष और अद्वितीय विरासत का सम्मान करने का अवसर प्रदान करता है। वहीं प्रोफेसर अदिति नारायणी ने महिलाओं की भूमिका और जनजातीय समाज के विकास में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।  

अभाविप जेएनयू के अध्यक्ष श्री राजेश्वर कांत दूबे ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए कहा की जनजातीय गौरव दिवस हमारे समाज के उन नायकों को सम्मानित करने का दिन है, जिन्होंने अपनी परंपराओं और मूल्यों को जीवित रखा। जेएनयू में इस तरह की चर्चाएं जनजातीय समुदायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य करती हैं।  

इस अवसर पर अभाविप जेएनयू की मंत्री शिखा स्वराज ने कहा की अभाविप ने हमेशा समाज के उपेक्षित वर्गों के उत्थान और उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाई है। इस तरह के आयोजनों से युवाओं को अपने देश की विविधता और संस्कृति को समझने का मौका मिलता है।

कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों, और शोधार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह आयोजन न केवल जनजातीय समुदायों की विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक रहा, बल्कि संवाद और विचार-विमर्श का एक मंच भी प्रदान किया।

Wednesday, 13 November 2024

डा भीमराव अम्बेडकर कॉलेज में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन


नई दिल्ली, 14 नवंबर। दिल्ली विश्वविद्यालय सम्बद्ध डॉ भीम राव अंबेडकर महाविद्यालय में वाद-विवाद समिति द्वारा 'मीडिया का ध्येय एजेंडा सेटिंग रह गया है' विषय पर अंत: महाविद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 

इस प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल के तौर पर रजीनीति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रो. राजेश उपाध्याय, व हिन्दी विभाग के वरिष्ठ प्रो. रामप्रकाश द्विवेदी और सामाजिक कार्य विभाग के वरिष्ठ प्रो. अवतार सिंह शामिल हुए। साथ ही, वाद विवाद समिति के संयोजक हिन्दी पत्रकारिता विभाग के वरिष्ठ प्रो. बिजेंद्र कुमार, सह संयोजक प्रो दिलजीत कौर एवं कॉलेज प्रिंसिपल प्रो. सदानंद  प्रसाद उपस्थित रहे। इसमें कुल  9 टीमों ने भाग लिया जिसमें कुल 17 प्रतिभागी शामिल रहे। वाद-विवाद प्रतियोगिता में चार प्रतिभागियों ने पुरस्कार प्राप्त किया जिसमें  विजयी अभिषेक श्रीवास्तव प्रथम स्थान पर रहे, फरहान अली द्वितीय, राम पाठक तृतीय और फरहान चौथे स्थान के साथ विजेता बने।

स्वागत वक्तव्य जाने माने साहित्यकार व मीडिया विशेषज्ञ डॉ विनीत कुमार द्वारा दिया गया और  धन्यवाद ज्ञापन  प्रो. दिलजीत कौर ने किया । इन्होंने बताया कि आज का युग  युद्ध का नहीं संवाद का युग है। मंच का संचालन हिन्दी पत्रकारिता विभाग के वरिष्ठ छात्रा छोटी भारद्वाज और वरिष्ठ छात्र दिव्यांश गांधी द्वारा किया गया। कार्यक्रम वाद विवाद समिति के संयोजक प्रो बिजेंद्र कुमार के संयोजन में सम्पन्न हुआ।

अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय महामंत्री का हुआ निर्वाचन


नई दिल्ली, 07 नवंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय महामंत्री के पदों की निर्वाचन प्रक्रिया आज मुंबई स्थित अभाविप के केन्द्रीय कार्यालय से सम्पन्न हुई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर प्रो. (डॉ.)  राजशरण शाही (उत्तर प्रदेश) पुनः निर्वाचित तथा राष्ट्रीय महामंत्री के पद पर डॉ वीरेन्द्र सिंह सोलंकी (मध्य प्रदेश) नवनिर्वाचित हुए। 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय महामंत्री के निर्वाचन प्रक्रिया के चुनाव अधिकारी अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. (डॉ.) प्रशांत साठे ने निर्वाचन परिणामों को घोषित करते हुए बताया है कि दोनों पदाधिकारी, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 22, 23 तथा 24 नवंबर को आयोजित होने जा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अपना कार्यभार संभालेंगे। 

प्रो. (डॉ.) राजशरण शाही मूलतः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से हैं। आपकी शिक्षा शिक्षाशास्त्र विषय में पीएचडी तक हुई है। वर्तमान में आप बाबासाहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में शिक्षाशास्त्र विभाग में आचार्य एवं विभागाध्यक्ष, साथ ही शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता के पद पर कार्यरत हैं। आपने अभी तक छ: पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है। अभी तक आपके 112 से अधिक शोधपत्र एवं लेख राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं एवं संगोष्ठियों में प्रस्तुत किए जा चुके हैं। साथ ही शिक्षा से जुड़े विषयों पर दैनिक पत्रों में आपके लेख प्रकाशित हुए हैं। आप प्रतिष्ठित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला में असोसिएट रहे हैं। 2017 में श्रेष्ठतम शिक्षक का योगीराज बाबा गंभीर नाथ स्वर्ण पदक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया। उत्तर प्रदेश की विभिन्न शैक्षिक एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन संबन्धी महत्वपूर्ण समितियों के आप सदस्य भी हैं। शिक्षा व सामाजिक विषयों के गहन चिंतक व उत्तर प्रदेश में संगठन कार्य को आगे बढ़ाने में आपकी महती भूमिका रही है। आप 1989 में विद्यार्थी जीवन से अभाविप के संपर्क में हैं। शिक्षक कार्यकर्ता के रूप में आप अब तक गोरखपुर महानगर अध्यक्ष से लेकर गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आदि दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। वर्तमान में आप अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। आगामी सत्र 2024-25 हेतु राष्ट्रीय अध्यक्ष के दायित्व पर पुनर्निवाचित हुए हैं। आपका निवास लखनऊ है।


डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी मूलत: मध्य प्रदेश के इंदौर के समीप देवास ज़िला अंतर्गत उदयनगर से हैं। आपकी शिक्षा श्री अरबिंदो इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस (SAIMS), इंदौर से MBBS तक हुई है। आप शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, इंदौर में एलोपैथी चिकित्सक के रूप में अल्पकालिक सेवा में कार्य कर रहे हैं। आप वर्तमान सत्र में NEET-PG के अभ्यर्थी भी हैं। आप वर्ष 2014 से परिषद के संपर्क में हैं। आपने अभाविप के एलोपैथी विद्यार्थी कार्य - मेडीविज़न के माध्यम से आयुर्विज्ञान एवं दंत चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों में राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदान कर विभिन्न मुद्दों के सफल नियोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। आपने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर में परीक्षाओं में अव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार के विषय में कुलपति के निलंबन की मांग पर सफल आंदोलन का भी नेतृत्व किया। मध्य प्रदेश में निजी आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों में व्यापारीकरण की मानसिकता से बढ़ाये गये प्रवेश शुल्क की वापसी एवं वर्ष 2018 में एक अन्य बंद हुए निजी मेडिकल महाविद्यालय के विद्यार्थियों के भविष्य के लिए हुए आंदोलन का यशस्वी नेतृत्व किया है। समाज के वंचित वर्ग हेतु कम शुल्क पर चिकित्सीय परामर्श एवं औषधि वितरण की सेवा आप परिवार द्वारा चलाये जा रहे औषधालय से करते हैं। पूर्व में आपने महाविद्यालय अध्यक्ष, इंदौर महानगर मंत्री, प्रांत मेडिविजन प्रमुख, केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य, मेडिविजन राष्ट्रीय संयोजक, राष्ट्रीय मंत्री आदि दायित्वों का निर्वहन किया है। वर्तमान में आप अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री हैं। आगामी सत्र 2024-25 हेतु राष्ट्रीय महामंत्री के दायित्व पर निर्वाचित हुए हैं। आपका निवास इंदौर है।